Edited By Seema Sharma,Updated: 15 Jun, 2018 10:06 AM
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) दिल्ली और आसपास के इलाकों में छाई धूल की खतरनाक परत लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। लोग जरूरी काम के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। दिल्ली में इतने खराब हालात हुए पड़े हैं कि प्रदूषण नापने की मशीन भी फेल...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) दिल्ली और आसपास के इलाकों में छाई धूल की खतरनाक परत लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। लोग जरूरी काम के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। दिल्ली में इतने खराब हालात हुए पड़े हैं कि प्रदूषण नापने की मशीन भी फेल हो गई है। दिल्ली में गुरुवार को एयर इंडेक्स 431 दर्ज हुआ। वहीं दिल्ली में अगले तीन दिन बेहद खतरनाक माने जा रहे हैं क्योंकि इन तीन दिन तक पीएम 10 का स्तर खतरनाक लेवल पर बने रहने की आशंका है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और राज्यों के स्थानीय निकायों को निर्माण कार्य सहित धूल उड़ने के अन्य सभी स्रोतों पर नियंत्रण और निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
इस दिशा में मंत्रालय द्वारा ग्रेडिड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत पहले से जारी दिशानिर्देशों का पालन भी करने को कहा गया है। जिससे कूड़ा जलाने जैसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने का निर्देश दिया गया है। इस बीच जीआरएपी के तहत गठित कार्य बल की आज केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में रविवार तक निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। मौसम विभाग ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा की गति बहुत कम होने और बारिश की संभावना नगण्य होने के आधार पर हवा में छाए धूल के गुबार की स्थिति बरकरार रहने की आशंका जताई है।