भारत में हर रोज 87 महिलाओं से होता है बलात्कार, पति व रिश्तेदार सबसे ज्यादा करते हैं प्रताडि़त

Edited By Anil dev,Updated: 03 Oct, 2020 10:20 AM

delhi national crime records bureau ncrb

देश व राजधानी में महिलाओं के प्रति अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2019 में दर्ज मामलों के मुताबिक भारत में औसतन रोजाना 87 रेप के मामले सामने आए।

नई दिल्ली(पंकज वशिष्ठ): देश व राजधानी में महिलाओं के प्रति अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2019 में दर्ज मामलों के मुताबिक भारत में औसतन रोजाना 87 रेप के मामले सामने आए। वहीं इस साल के शुरुआती नौ महीनों में महिलाओं के रेप व उत्पीडऩ के अब तक कुल 4,05, 861 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक यह 2018 की तुलना में सात फीसदी ज्यादा है।

साल 2019 में प्रति एक लाख महिला के खिलाफ किए गए आपराधिक मामलों के 62.4 फीसदी केस रजिस्टर्ड हुए हैं, जो साल 2018 में 58.8 फीसदी था। देशभर में साल 2018 में महिलाओं के खिलाफ  अपराध के कुल 3,78, 236 मामले दर्ज किए गए थे। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2018 में देश में रेप के कुल 33,356 मामले दर्ज हुए, 2017 में यह संख्या 32,559 थी। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज इन मामलों में से अधिकांश पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा किए रेप के 30.9 प्रतिशत के मामले हैं, इसके बाद उनकी शीलता का अपमान करने के इरादे से महिलाओं पर हमले 21.8 प्रतिशत महिलाओं के अपहरण 17.9 प्रतिशत, मामले दर्ज हैं।

बहुत कम मामलों में मिल पाती है सजा
आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली पुलिस रेप केआरोपी को कोर्ट में सजा ही नहीं दिला पाती। रेप के आरोपी को पुलिस गिरफ्तार तो करती है, लेकिन जल्द ही ये सलाखों से बाहर आ जाते हैं। यह हश्र दिल्ली में महिला अपराध से जुड़ी अधिकांश वारदातों का होता है। पुलिस के आंकड़े ही पुलिस के द्वारा रेपिस्टों को सजा दिलाने में नाकामी और रेपिस्टों के हौसले को बढ़ाते दिखते हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015 में महिला अपराध से जुड़े 7 हजार से ज्यादा मामलों को दर्ज किया, लेकिन एक ही मामले में वह आरोपी को सजा दिला पाई।  

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