Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Feb, 2021 07:55 PM
यात्रियों को अब हवाई यात्रा के लिए अधिक धनराशि खर्च करनी होगी क्योंकि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को घरेलू हवाई किराये की निचली और ऊपरी सीमा 10 से 30 प्रतिशत तक बढ़ा दी।
नेशनल डेस्क: यात्रियों को अब हवाई यात्रा के लिए अधिक धनराशि खर्च करनी होगी क्योंकि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को घरेलू हवाई किराये की निचली और ऊपरी सीमा 10 से 30 प्रतिशत तक बढ़ा दी। मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को अपने आदेश में कहा, ‘ये नई सीमाएं 31 मार्च, 2021 तक या अगले आदेश तक लागू रहेंगी।' पिछले साल 21 मई को अनुसूचित घरेलू उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा करते हुए मंत्रालय ने उड़ान की अवधि के आधार पर वर्गीकृत सात ‘बैंड' के जरिये हवाई किराये पर सीमाएं लगाई थीं।
इस तरह के पहले बैंड में 40 मिनट की अवधि से कम की उड़ानें आती हैं। पहले बैंड की निचली सीमा बृहस्पतिवार को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 2,200 रुपये कर दी गई। इस बैंड की ऊपरी सीमा 7,800 रुपये तय की गई जो पहले 6,000 रुपये थी। बाद के बैंड 40-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट, 120-150 मिनट, 150-180 मिनट और 180-210 मिनट की अवधि वाले उड़ानों के लिए हैं। बृहस्पतिवार को इन बैंड के लिए मंत्रालय द्वारा निर्धारित की गई नई निचली और ऊपरी सीमाएं क्रमश: हैं: 2,800 - 9,800; 3,300 - 11,700; 3,900 - 13,000; 5,000- 16,900; 6,100- 20,400; 7,200 - 24,200 रुपये है।'
अब तक, इन बैंड के लिए निचली और ऊपरी सीमाएं क्रमश: 2,500 - 7,500; 3,000 - 9,000; 3,500 -10,000; 4,500 - 13,000; 5,500- 15,700 और 6,500- 18,600 रुपये थी। विमानन नियामक डीजीसीए ने पिछले साल 21 मई को कहा था कि प्रत्येक एयरलाइन को उड़ान पर कम से कम अपने 40 प्रतिशत टिकट निचले और ऊपरी सीमा के बीच के बिंदु से कम कीमत पर बेचने होंगे। कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए लगभग दो महीने के निलंबन के बाद घरेलू यात्री उड़ान सेवाएं 25 मई को फिर से शुरू हुईं थीं।