Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Oct, 2018 08:13 PM
उड़ता पंजाब के बाद ड्रग तस्कर अब जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार कठुआ को भी उड़ता कठुआ बनाने मे कोई कसर बाकी नहीं रहने देना चाहते।
कठुआ : उड़ता पंजाब के बाद ड्रग तस्कर अब जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार कठुआ को भी उड़ता कठुआ बनाने मे कोई कसर बाकी नहीं रहने देना चाहते। यही कारण है कि नशीले पदार्थ, स्मैक, हेरोइन की बिक्री के इस गौरखधंधे में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं। कठुआ की बात करें तो तीस के करीब ऐसे लोगों को पुलिस ने राडार पर रखा हुआ है जो इस नशीले पदार्थों की बिक्री करने में अब भी सक्रिय हैं। इनमें से कई खुद भी नशीले पदार्थों का सेवन करते हैंं। यह लोग कठुआ-गोविंदसर रेलवे मार्ग के साथ साथ पारलीवंड, हटली मोड़ के अलावा चक दराब खान इलाके के साथ साथ शहर एवं कुछ इससे सटे इलाकों में सक्रिय हैं।
सबसे हैरानी वाली बात तो यह है कि चक दराब खां के इलाके में वो लोग सक्रिय हैं जो पहले देसी शराब का कारोबार करते थे लेकिन देसी शराब पर आए दिन आबकारी विभाग की दबिश के बाद यह लोग स्मैक के अवैध कारोबार में जुट गए हैं। यहीं नहीं इसका कारोबार करने वाले पुरुषों ने घर की महिलाओं को भी शामिल कर रखा है। सूत्रों की मानें तो पुलिस के राडार पर चल रहे ड्रग तस्करों, व्यापारियों में से कुछ से पूछताछ भी की जा रही है। शक के आधार पर चक दराब खां इलाके के इस धंधे से जुड़े पुरुषों के साथ साथ महिलाओं से भी पूछताछ की है लेकिन पुलिस ऐसे तस्करों से कुछ बड़ा हाथ लगने के इंतजार में है। आपको बता दें कि रियासत पुलिस के पूर्व महानिदेशक डॉ एस.पी. वैद्य ने भी बीते माह कठुआ में नशा विरोधी केंद्र के उद्घाटन के दौरान इसपर गंभीर चिंता जताई थी और कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब और हिमाचल के कुछ इलाकों से यहां स्मैक आदि की तस्करी हो रही है। जोकि समाज की दृष्टि से युवा पीढ़ी के लिए सही नहीं है।
तीन साल पहले एक सौ से ज्यादा पर लगा था एन.डी.पी.एस. एक्ट
कठुआ : तत्कालीन जिला पुलिस प्रमुख नीवा जैन के कार्यकाल के दौरान स्मैक, हेरोइन के कारोबारियों पर पुलिस ने काफी शिकंजा कसा था। पुलिस ने अधिकारियों के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए एक सौ से ज्यादा युवाओं को हवालात की हवा खिलाई थी। इनमें से अधिकतर नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले थे। आम तौर पर कोरेक्स और नशीले पदार्थों की बिक्री कठुआ में पहले होती थी लेकिन हेरोइन और स्मैक के आने के बाद अधिकतर युवा इसी नशीले पदार्थ का सेवन करते थे। यही नहीं तीन वर्ष पहले पुलिस ऐसे युवकों को भी हवालात दिखा चुकी है जो रईस परिवारों से हैं। पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से उस समय इस धंधे में लिप्त तमाम कारोबारियों में डर पैदा हो गया था लेकिन अब एक बार फिर धीरे धीरे शहर एवं आसपास के इलाकों में यह लोग सक्रिय हो गए हैं। यही कारण है कि अब इसका व्यापार दिन व दिन बढ़ रहा है। हालांकि पुलिस ऐसे लोगों को दबोच भी रही है लेकिन बावजूद इसके कुछ सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
बाहरी लोगों की शाम को तेज होती है गतिविधियां
कठुआ : चक दराब खां इलाके में शाम के समय बाहरी लोगों की गतिविधियां सारा दिन के मुकाबले बढ़ जाती हैं। सूत्रों की मानें तो यहां बाहरी वही लोग आवाजाही करते हैं जिनका लिंक नशे से जुड़ा हुआ है। शहर के कई युवा इस नशीले पदार्थों की आपूर्ति को लेकर शाम के समय इसी इलाके का रुख करते हैं। ऐसे पिछले कई माह से लगातार वहां चल रहा है। वहां इसका अवैध धंधा करने वालों पर पुलिस के खुफिया विभाग की नजर भी है लेकिन वहां से कुछ बड़ा हाथ नहीं लग रहा है।
क्या कहते हैं पुलिस प्रमुख
नशे के कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस अपने स्तर पर प्रयास जारी रखे हुए है। नशे के आदि हो चुके युवाओं को इस दलदल से निकालने के लिए पुलिस द्वारा गत दिनों नशा विरोधी केंद्र को भी शुरू किया गया था जिसमें काफी संख्या में वालंटियर तौर पर अभिभावक अपने बच्चों के साथ आ रहे हैं। जोकि एक पाजिटिव रिस्पांस है। नशे से निकलने के लिए युवाओं को खुद जागरूक होना होगा और नशामुक्त समाज के लोगों को भी पुलिस की मदद करनी होगी। इसके अलावा चक दराब खां इलाके में एक अस्थायी चेक प्वाइंट बनाने के साथ साथ वहां अतिरिक्त तैनाती की गई है। नशे से जुड़ा कोई भी कारोबार करने वाला पुलिस से बच नहीं पाएगा--- श्रीधर पाटिल जिला पुलिस प्रमुख कठुआ।
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