Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 11:17 PM
एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सभी राज्यों के राज्यपालों से भी अपील की है कि अपने राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में यह सुनिश्चित करवाएं।
जयपुरः जोधपुर में एक बड़ी रेल दुर्घटना टल गई। यहा भगत की कोठी स्टेशन से एक रेल इंजन बिना लोको पायलट ही लुढ़कना शुरु हो गया और तीन किलोमीटर दूर खड़ी हमसफर एक्सप्रेस से टकरा गया। हालांकि इंजन की गति ज्यादा नहीं थी और जिससे टकराया वह ट्रेन भी इसलिए कोई बडा हादसा नहीं हुआ।
इंदौर-जोधपुर ट्रेन संख्या 14802 में मारवाड़ जंक्शन से एक खराब इंजन को जोड़कर भगत की कोठी लाया गया। यहां पहुंचने के बाद इसे दूसरी लाइन पर खड़ा कर दिया गया लेकिन पायलट ने इसे लाॅक नहीं किया। कुछ देर बाद यह इंजन अपने आप ही लुढ़कता हुआ बासनी की ओर बढ़ गया। काफी आगे निकल जाने पर भगत की कोठी स्टेशन से बासनी स्टेशन को अलर्ट किया गया।
बासनी स्टेशन पर बांद्रा-जैसलमेर हमसफर एक्सप्रेस आकर रुकी थी। बासनी स्टेशन मास्टर ने तत्काल इंडस्ट्रियल एरिया स्थित क्रॉसिंग के गेटमैन रमेश को गेट बंद कर, वाहनों की आवाजाही रोकने को कहा। गेट बंद करने तक इंजन गेट के बहुत करीब आ गया था। गेटमैन ने पटरी पर पत्थर रख इंजन को रोकने की नाकाम कोशिश की।यह इंजन बासनी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 2 पर आया। यहां हमसफर एक्सप्रेस खड़ी थी कि इंजन आकर इससे भिड़ गया। इससे हमसफर एक्सप्रेस के इंजन के 6 पहिए पटरी से उतर गए।
ट्रेन में बैठे यात्रियों को तेज आवाज के साथ जोरदार झटका लगा। ऐसा लगा जैसा ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाए गए हों। सूचना पर रेल अफसर मौके पर पहुंचे। ट्रेन को पीछे लेकर दूसरी लाइन से रवाना किया। जांच के लिए इंजन के डाटा लॉगर (ब्लैक बॉक्स) की जांच की जा रही है ।