Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Apr, 2018 11:54 AM
एच.आई.वी. का नाम आते ही लोगों के दिमाग में कई तरह के सवाल घूमने लगते हैं। क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक एच.आई.वी. के वायरस की पहचान अप्रैल महीने में (23 अप्रैल) हुई थी।
नई दिल्ली: एच.आई.वी. का नाम आते ही लोगों के दिमाग में कई तरह के सवाल घूमने लगते हैं। क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक एच.आई.वी. के वायरस की पहचान अप्रैल महीने में (23 अप्रैल) हुई थी।
एड्स कैसे फैला?
एच.आई.वी. का इतिहास जानवरों से शुरू होता है। 19वीं सदी में सबसे पहले अफ्रीका के खास प्रजाति के बंदरों में एड्स का वायरस मिला। माना जाता है कि बंदरों से यह रोग इंसानों में फैला है। दरअसल अफ्रीका के लोग बंदर को खाते थे। ऐसे में यह अनुमान गलत नहीं लगता कि बंदर को खाने से वायरस ने इंसान के शरीर में प्रवेश किया होगा। सबसे पहले 1920 में यह बीमारी अफ्रीका के कॉन्गो की राजधानी किंसास में फैली थी। 1959 में कॉन्गो के एक बीमार आदमी के खून के नमूने में सबसे पहले एच.आई.वी. वायरस मिला था। माना जाता है कि वह पहला एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति था। किंसास उस समय सैक्स ट्रेड का गढ़ था। इस तरह सैक्स ट्रेड और अन्य माध्यमों से यह बीमारी अन्य देशों में पहुंची।