Edited By Utsav Singh,Updated: 07 Jul, 2024 04:47 PM
असम में रविवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही और करीब 24 लाख लोग इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
असम : असम में रविवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही और करीब 24 लाख लोग इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। राज्य भर में ब्रह्मपुत्र समेत कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सूत्रों ने बताया कि इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान के कारण अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है।
धुबरी में सबसे अधिक 7.95 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित
इस बीच, पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार को गुवाहाटी में एक नाले में गिरे 8 वर्षीय लड़के का शव शहर के राजगढ़ इलाके से बरामद हुआ है। उसके माता-पिता ने गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) में शव की पहचान की। राज्य में 29 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें धुबरी में सबसे अधिक 7.95 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही कछार और दरांग जिले भी बाढ़ से बहुत अधिक प्रभावित हुए हैं, दोनों जिलों में डेढ़-डेढ़ लाख लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। कुल 577 राहत शिविरों में 53 हजार से अधिक लोगों ने शरण ले रखी है।
ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर
जोरहाट से धुबरी तक ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बुरहीदेहिंग, दिखोउ, दिसांग, धनसिरी, जिया भराली, कोपिली, बराक और संकोष नदियां भी विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से मवेशी भी प्रभावित हुए हैं, जबकि फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। सूत्रों ने बताया कि राज्य में विभिन्न स्थानों से सड़कों, पुलों समेत बुनियादी ढांचों के क्षतिग्रस्त होने की भी सूचना है।
अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "भारी बारिश की वजह से असम में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। मैंने असम के सीएम हिमंत बिस्वा से मौजूदा स्थिति के बारे में बात की। NDRF और SDRF युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं, राहत प्रदान कर रहे हैं और पीड़ितों को बचा रहे हैं।" आपको बता दें कि बीते दिन असम के CM ने नुकसान का जायजा लेन के लिए कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था।
राहुल गांधी ने भी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बाढ़ से प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में मदद करने को कहा। गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, ''असम में बाढ़ की स्थिति लगातार खतरनाक होती जा रही है। मेरी संवेदनाएं बाढ़ से जूझ रहे हमारे भाइयों और बहनों के साथ हैं। मैं केंद्र और राज्य सरकारों से गुजारिश करता हूं कि वे प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करें।"