Edited By shukdev,Updated: 01 Sep, 2018 05:53 PM
वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने जाति आधारित जनगणना की वकालत करते हुए कहा है कि 2021 में जनगणना में सभी जातियों की गणना की जानी चाहिए। जनगणना में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की पृथक गणना किए जाने के सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यादव ने...
नई दिल्ली: वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने जाति आधारित जनगणना की वकालत करते हुए कहा है कि 2021 में जनगणना में सभी जातियों की गणना की जानी चाहिए। जनगणना में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की पृथक गणना किए जाने के सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यादव ने शनिवार को कहा कि वह इस फैसले से सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि जनगणना में प्रत्येक जाति को शामिल किया जाना चाहिए जिससे प्रत्येक समुदाय की वास्तविक संख्या का पता चल सके।
उन्होंने कहा कि इससे सरकार को अपनी योजनाओं और नीतियों की रूपरेखा तय करने में मदद मिलेगी। साथ ही कुछ जातियों की बढ़ती आबादी के दावों की हकीकत का भी पता चल सकेगा। उन्होंने जनगणना की मौजूदा व्यवस्था में शामिल अनुसूचित जाति और जनजातियों की आबादी में हिस्सेदारी के आंकड़ों पर संदेह व्यक्त करते हुए दावा किया कि इन समुदायों की वास्तविक संख्या जनगणना के आंकड़ों से कहीं अधिक है।