Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Oct, 2017 03:55 PM
गुजरात में सत्तारूढ भाजपा ने इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले मनोबल बढाने वाली घटना के तहत अलग अलग जिलों में आठ स्थानीय निकाय.......
नई दिल्लीः गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को राज्य में पैर रखते ही बुरी खबर का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, गुजरात में सत्तारूढ भाजपा ने अलग-अलग जिलों में आठ स्थानीय निकाय सीटों पर हुए उपचुनाव में इनमें से छह पर जीत दर्ज की है। भाजपा का इनमें से पहले केवल दो पर ही कब्जा था। जहां भाजपा इस छोटी जीत में बड़ी उम्मीद ढूंढ रही है वहीं कांग्रेस के लिए नई टेंशन पैदा हो गई है। नतीजों के मुताबिक कांग्रेस की सीटें घटकर आधी रह गई हैं।
भाजपा ने सात जिलों की सात नगरपालिकाओं की इतनी ही सीटों पर हुए उपचुनाव में पांच पर जीत हासिल करने के साथ एक मात्र तालुका पंचायत सीट (गांधीनगर जिले की रांधेजा) पर भी कब्जा जमाया है। इनके नतीजे आज ही घोषित किए गए हैं। केंद्रीय मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता मनसुख मांडविया ने कहा कि यह जीत जनता के मूड को दर्शाती है। इससे साफ है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में भी बडे अंतर से जीतेगी।
राहुल VS मोदी
कांग्रेस और भाजपा दोनों ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जहां मोदी अमित शाह समेत गुजरात में दौरे कर लोगों को लुभाने में लगे हैं। राहुल गांधी भी उन्हें घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। हाल ही में राहुल गांधी नें अपने गुजरात दौरे के दौरान मोदी को जीएसटी पर घेरते हुए बड़े व्यपारियों को फायदा पहुंचाने की बात की थी। जिसके बाद राहुल ने अमित शाह के बेटे जय अमित शाह पर मोदी को तंज कसते हुए पुछा था कि जय अमति शाह की प्राप्टी कैसे बढ़ी।
मोदी की गुजरात को हजार करोड़ की सौगात
द्वारका में मोदी ने 5,825 करोड़ रुपए की लागत वाली चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। राष्ट्रीय राजमार्ग-51 पर बेट द्वारका और ओखा के बीच मोटे तारों पर खिंचे सिग्नेचर ब्रिज की भी आधारशिला रखी। इस पुल की परियोजना लागत 962 करोड़ रुपए है।
व्यापारियों को लुभाने के लिए जीएसटी में बदलाव
गुजरात में नोटबंदी और जीएसटी से भाजपा के कोर वोटर व्यापारियों को नाराज हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने जीएसटी में बदलाव कर ‘सिंपल टैक्स को और सिंपल’ कर दिया। उन्होंने कहा कि देश का व्यापारी लालफीताशाही और फाइलों तथा बाबुओं और साहबों के चक्कर लगाने के चक्कर में फंस जाएं, इसलिए वित्त मंत्री ने कल जीएसटी काउंसिल में सबको राजी कर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।