Edited By Monika Jamwal,Updated: 11 Apr, 2019 02:05 PM
कश्मीर में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण और हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी की कार्रवाई को लेकर अलगाववादियों की हड़ताल के आह्वान से गुरुवार को आम जीवन प्रभावित हुआ।
श्रीनगर : कश्मीर में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण और हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी की कार्रवाई को लेकर अलगाववादियों की हड़ताल के आह्वान से गुरुवार को आम जीवन प्रभावित हुआ। इस बीच सुरक्षा कारणों से पूरे कश्मीर में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और शैक्षिक संस्थान बंद रहे। साथ ही सरकारी और निजी कार्यालयों में भी लोगों की उपस्थिति कम रही। अधिकारियों ने कहा कि घाटी के अधिकांश हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन भी बंद है। हालांकि, कुछ निजी वाहन सडक़ों पर खड़े हैं।
बता दें कि गुरुवार को बारामुला संसदीय क्षेत्र में 13 से 12 लाख मतदाता मिलकर 9 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि अभी तर घाटी में शांतिपूर्ण माहौल हैए फिलहाल किसी तरह की कोई दुर्घटना सामने नहीं आई है। गौरतलब है कि अलगाववादी संगठनों ने मिलकर बंद का आह्वान किया है। अधिकारियों ने बताया कि ये हड़ताल सप्ताह में दो दिनों तक नागरिकों के लिए कश्मीर का मुख्य राजमार्ग बंद करने और श्रीनगर की सेंट्रल जेल में कैदियों पर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा कथित हमले का विरोध करने के विरोध में भी है। बता दें कि अलगाववादियों ने लोगों से कहा कि वह लोकसभा चुनाव से दूर रहे।