Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Apr, 2022 11:15 AM
बच्चों के सवाल अनोखे और अनमोल होते हैं। बच्चे अपने सवालों में किसी को भी उलझा देते हैं। कई बार तो बच्चे सवालों में से सवाल निकाल देते हैं जिससे बड़े-बड़े भी अपना सिर पकड़ लेते हैं।
नेशनल डेस्क: बच्चों के सवाल अनोखे और अनमोल होते हैं। बच्चे अपने सवालों में किसी को भी उलझा देते हैं। कई बार तो बच्चे सवालों में से सवाल निकाल देते हैं जिससे बड़े-बड़े भी अपना सिर पकड़ लेते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ जब नागपुर जेडपी के सीईओ ने सरकारी स्कूल के बच्चों के सवालों का सामने करने का बाद कहा कि UPSC की तुलना में इन छात्रों के सवाल भी कम नहीं हैं। नागपुर के नरखेड़ तहसील के थुगाव निपानी गांव के जिला परिषद स्कूल में छात्रों के लिए ‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में शामिल हुए जिला परिषद के सीईओ योगेश कुंभेजकर का सामना मासूम बच्चों के मासूम लेकिन बेहद दिलचस्प सवालों से हुआ।
अधिकरी के साथ बच्चों के सवाल-जवाब में शायद ही किसी ने सोचा होगा कि बच्चों के सवालों से एक IAS अधिकारी के भी पसीने छूटे जाएंगे। मराठी स्कूलों के इन बच्चों ने जब अंग्रेजी में सवालों को दागना शुरू किया तो IAS अफसर भी उनकी काबिलियत का लोहा मान गए। ‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए CEO तयशुदा समय से पहले ही विद्यार्थी सभागृह में पहुंच गए थे।
इसी दौरान सभागृह का दरवाजा खोलते हुए CEO ने कहा, "विद्यार्थी मित्रों! May I come in... विद्यार्थियों ने इसके जवाब में एक स्वर से कहा, ‘Yes sir, welcome।’ एक-एक कर नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों ने सीईओ के सामने अपने सवालों की लंबी झड़ी लगा दी। सवाल-जवाब के इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद CEO योगेश कुंभेजकर मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि UPSC का इंटरव्यू उनके लिए कठिन था लेकिन इन विद्यार्थियों के सवाल भी उससे कुछ कम नहीं थे। मालूम हो कि ‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में आईएएस अधिकारी से सवाल पूछने वालों में तीसरी से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थी शामिल थे। इस कार्यक्रम के जरिए विद्यार्थियों ने CEO के जीवन की कहानी को जानने का प्रयास किया।