Edited By Anil dev,Updated: 21 Aug, 2018 11:54 AM
जर्जर इमारतें, टूटे हुए छज्जे। कुछ ऐसी है सदर बाजार ईदगाह रोड स्थित पुलिस कॉलोनी। जो जा सका, कॉलोनी छोड़कर चला गया, जो हैं जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं। नाम छुपाने की शर्त पर एक हेड कांस्टेबल ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2016 में सदर बाजार थाने में...
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): जर्जर इमारतें, टूटे हुए छज्जे। कुछ ऐसी है सदर बाजार ईदगाह रोड स्थित पुलिस कॉलोनी। जो जा सका, कॉलोनी छोड़कर चला गया, जो हैं जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं। नाम छुपाने की शर्त पर एक हेड कांस्टेबल ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2016 में सदर बाजार थाने में शिकायत दी। लेकिन अधिकारियों ने चार साल बाद सुनवाई होने की बात कहकर उन्हें भेज दिया। आलम यह है कि बारिश इस कॉलोनी के लिए भूकंप से कम नहीं है। यह कहना है यहां रहने वाले लोगों का। 1987 में बनी इस कॉलोनी में करीब 270 फ्लैट हैं।
ये ब्लॉक सबसे अधिक जर्जर
सभी जर्जर हालत में हैं। वैसे तो लगभग 60 फ्लैट अभी खाली हैं। लेकिन जो परिवार यहां हैं, सभी डर के रहते हैं। लोगों का कहना है कि हल्की बारिश और तेज हवा चलते ही कॉलोनी की बिल्डिंगों के छज्जे टूटकर गिरने लगते हैं। कई बार इसकी शिकायत थाने और दिल्ली पुलिस के लैंड एंड बिल्डिंग डिपार्टमेंट को दी, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि आए दिन हो रहे हादसों से यहां के लोग डरे हुए हैं कि कहीं कोई बड़ा हादसा उन्हें न नुकसान पहुंचाए। कॉलोनी के ब्लॉक 1-13, 23, 24 और 18-20 नंबर ब्लॉक सबसे अधिक जर्जर है। शिकायतकर्ता ने बताया कि कई बार वह थाने में जाकर बोल चुका है, लेकिन बजट के आवंटन में देरी और वरिष्ठ अधिकारियों और प्रशासनिक स्वीकृति में देरी की बात सामने आई। ऐसे में लंबा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस कॉलोनी में रहने वाले लोगों की समस्या दूर नहीं हो सकी है।
सफाई व्यवस्था बदहाल
दरअसल, आवासीय कॉलोनी के टाइप-1, 2, 3 और 4 के सभी क्वार्टरों की जर्जर दीवारों के साथ-साथ उनके खिड़की और दरवाजे भी बदहाल हैं। इस कारण यहां आए दिन चोरी जैसी घटनाएं भी होती रहती हैं। फ्लैटों के ऊपर रखी पानी की टंकियों से बार-बार पानी ओवरफ्लो होकर दीवारों पर गिरता रहता है, जो इसे जर्जर और कमजोर बनाने में मददगार साबित हो रहे हैं। इन टंकियों में वाटर काक नहीं लगे होने से पानी बाहर गिरता है। यह पानी अंडरग्राउंड वाटर स्टोरेज टैंक से टंकियों में पहुंचता है। इसमें सुधार को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। दूसरी तरफ सफाईकर्मियों की व्यवस्था न होने से लोगों ने खुद के पैसे खर्च कर सफाईकर्मियों को नियुक्त किया है, जिससे कॉलोनी परिसर साफ रह सके। डीसीपी लैंड एंड बिल्डिंग डिपार्टमेंट एमए रिजवी ने कहा कि इस तरह की शिकायत हमारे पास अभी तक नहीं आई है, मगर ऐसी समस्या है तो उसपर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।