Edited By Yaspal,Updated: 17 Mar, 2022 08:17 PM
भारत ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आगामी बैठक के लिए हुरिर्यत सम्मेलन को आमंत्रित करने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की गुरुवार को आलोचना करते हुए कहा कि वह ओआईसी से आतंकवाद और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल आतंकवादियों को...
नेशनल डेस्कः भारत ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आगामी बैठक के लिए हुरिर्यत सम्मेलन को आमंत्रित करने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की गुरुवार को आलोचना करते हुए कहा कि वह ओआईसी से आतंकवाद और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल आतंकवादियों को प्रोत्साहित करने की उम्मीद नहीं करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में यह भी कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओआईसी अन्य महत्वपूर्ण विकास गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय एक सदस्य के राजनीतिक एजेंडे से निर्देशित किया जा रहा है। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के जुनून का जिक्र करते हुए यह बात कही।
प्रवक्ता ने कहा,‘‘ हमने भारत में ओआईसी महासचिव द्वारा, मुझे लगता है, ऑल पार्टी हुरिर्यत सम्मेलन के अध्यक्ष को, इस्लामाबाद में 22-23 मार्च को ओआईसी विदेश मंत्रियों की परिषद के 48वें सत्र में भाग लेने के लिए दिए गए निमंत्रण के बारे में देखा है।'' उन्होंने कहा,‘‘ भारत सरकार ऐसे कार्यों के बारे में बहुत गंभीर द्दष्टिकोण रखती है जो परोक्ष रूप से भारत की एकता को नष्ट करने और हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करने के उद्देश्य से हैं।''
बागची ने कहा,‘‘ हम ओआईसी से आतंकवाद और भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त कारकूनों को प्रोत्साहित करने की उम्मीद नहीं करते हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओआईसी अन्य महत्वपूर्ण विकास गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय एकल सदस्य के राजनीतिक एजेंडे द्वारा निर्देशित है। '' उन्होंने कहा,‘‘ हमने बार-बार ओआईसी से भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणियों के लिए निहित स्वार्थों को अपने मंच का इस्तेमाल करने की अनुमति देने से परहेज करने का आह्वान किया है।''
पाकिस्तान ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी को इस्लामाबाद में आगामी ओआईसी विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में ‘सम्मानित अतिथि' के रूप में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। कोई 57 देशों के ओआईसी के कम से कम 48 विदेश मंत्रियों ने अब तक अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। तीन महीने में पाकिस्तान द्वारा आयोजित ओआईसी की यह दूसरी बैठक है। दिसंबर 2021 में, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर ओआईसी के एक असाधारण सत्र की भी मेजबानी की थी।