Edited By Seema Sharma,Updated: 12 Jun, 2022 12:58 PM
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सी.ई.ए.) अनंत नागेश्वरन ने कहा कि कोरोना से उबरने के लिए सरकार ने पॉलिसी लेवल पर कई सकारात्मक कदम उठाए, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक ने अपना पूरा समर्थन दिया।
गुरुग्राम: मुख्य आर्थिक सलाहकार (सी.ई.ए.) अनंत नागेश्वरन ने कहा कि कोरोना से उबरने के लिए सरकार ने पॉलिसी लेवल पर कई सकारात्मक कदम उठाए, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक ने अपना पूरा समर्थन दिया। दूसरे विकसित और विकासशील देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था हर तरह से ज्यादा सुदृढ़ है। शनिवार को हरियाणा के गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्य आर्थिक सलाहकार (सी.ई.ए.) अनंत नागेश्वरन ने कहा कि भारत कोविड-19 के प्रकोप से अनुकरणीय कापसी कर रहा है। अर्थव्यवस्था के हर मापदंड और गतिविधियां पूर्व कोरोना स्तर को पार कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हम 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर जी.डी.पी. वाला देश बन जाएंगे।
नागेश्वरन यहां हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ हो रहा है। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में इंडियन 'इकोनॉमी: प्रोस्पेक्टस, चलेज एंड एक्शन प्वाइंट विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना से उबरने के लिए सरकार ने पॉलिसी लेवल पर कई सकारात्मक कदम उठाए, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक ने अपना पूरा समर्थन दिया। सी.ई.ए. ने उम्मीद जताते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) के अनुमान के अनुसार भारत साल 2027 तक ट्रिलियन डॉलर की जी. डी. पी. वाला देश बन जाएगा।
नागेश्वरन ने कहा कि आज, हमारे पास निजी निवेश का एक मजबूत पुनरुद्धार है और देश के पास लक्ष्य के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत में डिजिटल भुगतान की संख्या में वृद्धि इस बात का संकेत है कि देश में तेजी से बदलाव हो रहा है।
नागेश्वर ने कहा कि सरकार ने नीतिगत स्तर पर त्वरित और सटीक कदम उठाए। और इसे भारतीय रिजर्व बैंक के सही समय पर उठाए गए हस्तक्षेपकारी कदमों से भी समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि विकासशील और विकसित देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था विभिन्न बुनियादी बिंदुओं पर दृढ़ और स्थिर है।