Edited By ,Updated: 12 Feb, 2017 09:29 AM
बेकसूर लोगों को बेवजह मौत देने वाले ISIS के आतंकियों के सामने जब खुद उनकी मौत खड़ी हुई तो वे इतना डर गए कि मैदान-ए-जंग में ही रो पड़े।
नई दिल्ली: बेकसूर लोगों को बेवजह मौत देने वाले ISIS के आतंकियों के सामने जब खुद उनकी मौत खड़ी हुई तो वे इतना डर गए कि मैदान-ए-जंग में ही रो पड़े। मोसुल में जारी जंग के दौरान जैसे ही आईएसआईएस के आतंकवादी इराकी फौज से खुद को घिरा पाते हैं, अचानक इमोशनल ड्रामा शुरू कर देते हैं। गिड़गिड़ाते हैं, सड़कों पर लोटने लगते हैं, बेतहाशा रोने लगते हैं, वक्त का पहिया हमेशा घूमता है। ज़ुल्म की मुद्दत ज्यादा लंबी नहीं होती, एक वक्त था जब वो दूसरों पर जुल्म ढहाते थे और अब एक वक्त ये है कि खुद रो रहे हैं, रो रहे हैं अपनी बर्बादी पर, अपनी हार पर और सामने खड़ी अपनी मौत पर।
चेहरे पर मौत का डर
लोगों का सिर क़लम करने, उन्हें सूली पर टांगने, गोली मारने और ज़िंदा जला देने वाले आतंकवादियों की अपनी जान पर जब खुद बनी आई तो वो बेहताशा रो पड़े, इराक़ी फ़ौज की गिरफ्त में आने के बाद खुद आईएसआईएस के आतंकवादियों के चेहरों पर हवाइयां उड़ रही हैं। डर उनकी आंखों के रास्ते बाहर निकल रहा है। आईएसआईएस के गढ़ की ये कोई इकलौती तस्वीरें नहीं हैं। वहां हालात ये हैं कि मोसुल की गलियों से अब बगदादी के आतंकी बेआबरू हो कर भाग रहे हैं जिन्हें अपने आका बगदादी पर खुद से ज़्यादा भरोसा था, अब वो उसके जाने के बाद जार-जार रो रहे हैं। आतंकियों के आंखों से निकलते इन आंसुओं को न तो बगदादी की खिलाफत रोक पा रही है न ही 72 हूरों का सपना और न ही इस्लामिक स्टेट का ख्वाब।
इन आतंकियों ने कभी ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा कि उनका खलीफ़ा बग़दादी उन्हें बीच मझधार में छोड़ कर कुछ यूं गायब हो जाएगा। जो आतंकी ज़िंदा हैं, वो इराकी सेनाओं के खौफ में रो रहे हैं, जो फौजियों के कब्ज़े में हैं, वे ज़िंदगी के लिए रो रहे हैं। कुल मिलाकर बगदादी की सल्तनत में रोना-पिटना मचा हुआ है। मगर इराकी सेना को हिदायत दी गई है कि किसी भी सूरत में इन दहशतगर्दों के साथ रहम न किया जाए। करीब महीने भर पहले एक ऑडियो मैसेज के ज़रिए बग़दादी ने अपने आतंकवादियों को मैदान-ए-जंग में डटे रहने के लिए उकसाया था लेकिन इसके बाद से न तो बग़दादी का कुछ पता है और न ही उसके खास चमचों का. ऐसे में आतंकवादियों को लगने लगा है कि बगदादी खुद तो चला गया, मगर उन्हें मौत के सामने डाल गया।
सेना ने जारी किया आतंकियों का वीडियो
मिलिशिया फोर्स ने जो वीडियो जारी किया है, उसमें आतंकी रो-रोकर बयान कर रहे हैं कि बगदादी के लोगों ने इन्हें जन्नत जाने और हूरों से मिलने का सपना दिखाया था। दूसरे मज़हब के लोगों के बारे में बरगलाया था लेकिन जब आईएसआईएस की हकीकत से सामना हुआ तो ये जान बचाकर भागने लगे, तब बगदादी ने इनकी मौत का फरमान जारी कर दिया।