Edited By Anil dev,Updated: 04 Sep, 2019 12:08 PM
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर हाल ही में सीआपीएफ की आंतरिक रिपोर्ट में नई जानकारी सामने आई है। आंतरिक रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमला खुफिया एजेंसियों की विफलता थी। यह रिपोर्ट गृह मंत्रालय की रिपोर्ट से बिल्कुल अलग बताई जा रही है।
नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर हाल ही में सीआपीएफ की आंतरिक रिपोर्ट में नई जानकारी सामने आई है। आंतरिक रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमला खुफिया एजेंसियों की विफलता थी। यह रिपोर्ट गृह मंत्रालय की रिपोर्ट से बिल्कुल अलग बताई जा रही है।
सीआरपीएफ की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आईईडी खतरे को लेकर एक चेतावनी जारी की गई थी। रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि घाटी में किसी भी खुफिया एजेंसी द्वारा इस तरह के इनपुट को साझा नहीं किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया एजेंसियों की तरफ से सीआरपीएफ काफिले के गुजरने के इस दौरान सीआरपीएफ हमले का खतरा बताया था लेकिन आत्मघाती द्वारा कार से बम धमाका करने का कोई इनपुट नहीं था। अगर ऐसी जानकारी मिलती तो सीआरपीएफ एहतियातन कदम उठाता।
वहीं पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार सवाल खड़े किए गए थे, और खुफिया एंजिसोंयों की नाकामी की बात सामने आई थी। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने यह स्वीकार करने से इनकार कर दिया था कि हमला खुफिया एजेंसी की विफलता थी।
14 फरवरी को हुआ था पुलवामा हमला
बता दें कि 14 फरवरी को जैश ए मुहम्मद के द्वारा सीआपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया गया था। जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। काफिले में 70 गाडिय़ा शामिल थे और उसमें कुल 2547 जवान सवार होकर जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे।