Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Oct, 2021 04:21 PM
जम्मू-कशमीर में पिछले कई दिनों से हो रहे आम नागरिकों पर हमले के बाद हजारों प्रवासी नागरिक घाटी से भाग निकले हैं। वहीं हजारों को सेना, पुलिस इत्यादि ने सुरक्षित कैंपों में शरण दी है।
जम्मू- जम्मू-कशमीर में पिछले कई दिनों से हो रहे आम नागरिकों पर हमले के बाद हजारों प्रवासी नागरिक घाटी से भाग निकले हैं। वहीं हजारों को सेना, पुलिस इत्यादि ने सुरक्षित कैंपों में शरण दी है।
कश्मीर में तकरीबन साढ़े तीन लाख प्रवासी नागरिक हैं। इनमें से कई पिछले 10 से 15 सालों से भी रह रहे हैं। आम नागरिकों की हत्याओं से जम्मू कशमीर में उद्योगों पर भी प्रभाव नजर आने लगा है।
प्रवासी मजदूरों का कहा है कि उनको जान का खतरा है, स्थिति ऐसी है कि उनके पास कोई जमापूंजी भी नहीं है। कुछ ने आरोप लगाया कि जिस ईंट के भट्टे में वे लोग काम करते थे वहां के मालिक ने उनका बकाया पैसा भी नहीं दिया और उसके बिना ही वे लोग घर लौटने को मजबूर हैं क्योंकि बात यहां जान पर बन आई है।