Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Sep, 2020 11:36 AM
पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। भाजपा के संस्थापकों में से एक जसवंत सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( राजग) सरकार के...
नेशनल डेस्कः पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। भाजपा के संस्थापकों में से एक जसवंत सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( राजग) सरकार के दौरान विभिन्न मंत्रालयों के कैबिनेट मंत्री रहे। उन्होंने 1996 से 2004 के दौरान रक्षा, विदेश और वित्त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। साल 2014 में भाजपा ने जसंवत सिंह को राजस्थान के बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। इसके बाद नाराज सिंह ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए। उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आईं, तब से वह कोमा में थे।
2014 में अपने चुनावी घोषणा पत्र में उन्होंने बताया था कि उनके पास 51 गायें और तीन अरबी घोड़े हैं, उनके पास थारपरकर किस्म की गायें हैं जो वहां की स्थानीय प्रजाति की गायें हैं और उनके जैसलमेर तथा जोधपुर के फार्म में रखी गई हैं। जसवंत सिंह को दो अरबी घोड़े सऊदी अरब के शहजादे ने दिए थे। उनके बेटे भूपिन्द्र के मुताबिक, जसवंत सिंह ने उन्नत किस्म की गायें और सांड वहां के एक रिसर्च सेंटर तथा गौशाला को दान दीं। इसके अलावा जसवंत सिंह के पास 7 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति थी।
अपने घोषणा पत्र में जसवंत सिंह ने बताया था कि उनके पास छह गाड़ियां थीं जिनमें से दो उनकी पत्नी के नाम हैं। जसवंत सिंह ने पहले सेना में रहकर देश सेवा की और बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। सिंह 1980 से 2014 तक सांसद रहे और इस दौरान उन्होंने संसद के दोनों सदनों का प्रतिनिधित्व किया। उनके पुत्र मानवेंद्र सिंह भी राजनीति में हैं।