Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Oct, 2018 04:41 PM
रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन गगनयान-2022 में सहयोग करेंगे। आज नई दिल्ली के हैदराबाद हाऊस में भारत-रूस के बीच एस-400 मिसाइल समेत 8 समझौते हुए जिनमें से एक अंतरिक्ष के क्षेत्र में इसरो एवं रोसकास्मॉस के बीच सहयोग...
नेशनल डेस्कः रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन गगनयान-2022 में सहयोग करेंगे। आज नई दिल्ली के हैदराबाद हाऊस में भारत-रूस के बीच एस-400 मिसाइल समेत 8 समझौते हुए जिनमें से एक अंतरिक्ष के क्षेत्र में इसरो एवं रोसकास्मॉस के बीच सहयोग भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को लालकिले से संबोधित करते हुए एक बड़ा ऐलान किया कि 2022 से पहले भारत का कोई बेटा या बेटी अंतरिक्ष में स्वदेशी गगनयान से पहुंचेगा।
मोदी के इस ऐलान का इसरो ने तहेदिल से स्वागत किया और वह इसके लिए तैयारियों में भी जुट गया है। यहां बता दें कि अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत अंतरिक्ष में इंसान को भेजने वाला चौथा देश होगा। इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया कि ‘गगनयान’ मिशन में तीन क्रू सदस्य होंगे जो 5-7 दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे।
सिवन ने बताया कि मिशन की शुरुआत के बाद यह 16 मिनट में कक्षा में पहुंचेगा। पृथ्वी पर लौटते वक्त क्रू गुजरात तट के पास अरब सागर या बंगाल की खाड़ी में उतर सकता है या जमीन पर भी उतर सकता है। इसरो ने उम्मीद जताई है कि भारत द्वारा अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने से छह महीने पहले इस मिशन को मूर्त रूप दे दिया जाएगा।