Edited By Murari Sharan,Updated: 05 Jun, 2020 08:47 AM
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार एक कोरोना संक्रमित मरीज को एडमिट न करने का आरोप है। मरीज की मौत हो चुकी है...
नई दिल्ली/डेस्क। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में अस्पतालों के ऊपर मरीजों की जान बचाने की बड़ी जिम्मेदारी है। वहीं दिल्ली के लोकनायक अस्पताल पर आरोप है कि एक कोरोना संक्रमित मरीज को भर्ती न करने के कराण उसकी मौत हो गई।
मरीज का नाम लखजीत सिंह बताया जा रहा है। उनकी बेटी अमरप्रीत कौर का आरोप है कि उसके पिता को तेज बुखार था और वो कोरोना संक्रमित थे। वो अपने पिता को गुरुवार को लोकनायक अस्पताल लेकर गई, लेकिन अस्पताल में उन्हें एडमिट नहीं किया गया। घंटो इंतजार करने के बाद उसके पिता की मौत हो गई।
अस्पताल प्रशासन ने दी ये सफाई
इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रशासन ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि मरीज को सुबह 7 से 7.30 बजे के बीच अस्पताल लाया गया था। अस्पताल के ऑटो जेनरेटेड इलेक्ट्रॉनिक कैजुअल्टी रिकॉर्ड में सुबह 7.37 बजे मरीज को ब्रॉट डेड (Brought Dead) घोषित किया गया। वहीं अस्पताल ने मृतक की बेटी के ट्वीट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मरीज को हॉस्पिटल में एडमिट न करने वाला पहला ट्वीट सुबह 8.05 बजे किया गया।
अस्पताल ने शुरू की थी तुरंत जांच
वहीं सुबह 9.08 बजे मरीज की मौत की सूचना दी गई। अस्पताल प्रशासन ने अपनी सफाई में कहा कि मरीज को अस्पताल में एडमिट करने से मना नहीं किया गया था। जैसे ही मरीज को अस्पताल लाया गया डॉक्टर्स ने जांच उनकी शुरू कर दी थी।
अस्पताल प्रशासन ने इस प्रकार के दुष्प्रचार पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर बिना रुके लगातार काम कर रहे हैं। मरीजों की जान बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इस प्रकार से जब सोशल मीडिया पर अस्पताल के डॉक्टर्स और कर्मचारियों के खिलाफ झूठे दावे किए जाते हैं तो उनका मनोबल गिरता है।