Edited By Anil dev,Updated: 01 Apr, 2020 11:26 AM
कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के देशों में देखने को मिल रहा है। वहीं अब कोविड 19 के चलते दुनिया भर में छाई निराशा के बीच वैज्ञानिकों को एक आस की किरण दिखाई दी है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के देशों में देखने को मिल रहा है। वहीं अब कोविड 19 के चलते दुनिया भर में छाई निराशा के बीच वैज्ञानिकों को एक आस की किरण दिखाई दी है। दरअसल वैज्ञानिकों का अनुमान है कोरोना वायरस से लड़ रहे मानव के रक्त में मौजूद प्लाज्मा में ऐसी एंटीबॉडी विकसित होती है जो इस वायरस के खिलाफ जंग में सभी के लिए नया हथियार बन सकती हैं।
चीन ने किया मरीजों को ठीक करने का दावा
अमेरिका और इंग्लैंड में इसे लेकर ट्रायल शुरू हो चुके हैं, वहीं चीन दावा कर रहा है कि उसने इस प्लाज्मा थैरेपी से मरीजों को ठीक किया है। भारत में इसे लेकर अनुमति देने पर विचार किया जा सकता है।फरवरी के मध्य में चीन के 20 ऐसे नागरिकों ने अपने प्लाज्मा दान किए जो कोविड-19 से ठीक हो चुके थे। वुहान में उनके इन प्लाज्मा का उपयोग कई मरीजों पर किया गया, जिन्हें उपचार में मदद भी मिली।
दुनिया भर में अब तक 41355 लोगों की मौत
आपको बतां दे दुनिया में इस खतरनाक वायरस से दुनिया भर में अब तक 41355 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 838445 लोग इससे संक्रमित हैं। वहीं अगर भारत की बात करें तो देश में कल कोरोना वायरस के सौ से ज्यादा नये मामले सामने आने के बाद इसके संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1397 हो गई है जबकि तीन और मरीजों की मौत होने की बाद मृतकों का आंकड़ा 35 हो गया है। सरकार ने देशभर में हॉट-स्पॉट चिह्नित किए हैं जहां कोरोना तेजी से फैल रहा है।