Edited By Anil dev,Updated: 11 Mar, 2019 11:29 AM
543 लोकसभा सीटों में एनडीए को 264, यूपीए को 141 और अन्य दलों को 138 सीटें पर जीत मिल सकती है। कोई भी दल या गठबंधन बहुमत के जादुई आंकड़े 272 को छूने या पार करने की स्थिति में नहीं है। एबीपी न्यूज ने सी-वोटर के साथ मिलकर देश की सियासी नब्ज टटोलने की...
नई दिल्ली: 543 लोकसभा सीटों में एनडीए को 264, यूपीए को 141 और अन्य दलों को 138 सीटें पर जीत मिल सकती है। कोई भी दल या गठबंधन बहुमत के जादुई आंकड़े 272 को छूने या पार करने की स्थिति में नहीं है। एबीपी न्यूज ने सी-वोटर के साथ मिलकर देश की सियासी नब्ज टटोलने की कोशिश की है।
सर्वे के मुताबिक पिछली बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाला बीजेपी नीत एनडीए इस बार बहुमत से थोड़ा पीछे रह जाएगा। जबकि कांग्रेस नीत यूपीए के पहले से बेहतर प्रदर्शन करने के अनुमान हैं, लेकिन सत्ता की दौड़ में वह भी काफी पीछे रह जाएगा। अन्य क्षेत्रीय दलों के खाते में काफी सीटें जा रही हैं और अगली सरकार बनाने में इन दलों की बड़ी भूमिका होगी। एनडीए को यूपीए से मात्र 10 फीसदी वोट ही ज्यादा मिल रहे हैं।
सर्वे में एनडीए को 41 फीसदी, यूपीए को 31 फीसदी और अन्य को 28 फीसदी वोट मिल सकते हैं। उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर आज चुनाव होते हैं तो यूपीए चार सीटों पर सिमट जाएगा। वहीं 2014 में बड़ा कमाल करने वाले एनडीए को भारी नुकसान होगा और वह 29 सीटों पर रुक जाएगा। वहीं, अखिलेश-मायावती का महागठंबधन 47 सीटें जीत सकता है। अगर बिहार की 40 सीटों पर अभी चुनाव होते हैं तो एनडीए को 36 और आरजेडी को महज 4 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं अन्य अपना खाता भी नहीं खोलते दिख रहे। यानी सर्वे के आंकड़े साफ बता रहे हैं कि नीतीश के वापस आने से एनडीए को फायदा हो रहा है।