Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Jun, 2018 05:58 PM
जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सहयोगी भाजपा के सरकार से नाता तोड़ने के बाद राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वरिष्ठ नेता नईम अख्तर ने यहां पत्रकारों से कहा कि महबूबा ने पद से इस्तीफा दे...
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सहयोगी भाजपा के सरकार से नाता तोड़ने के बाद राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वरिष्ठ नेता नईम अख्तर ने यहां पत्रकारों से कहा कि महबूबा ने पद से इस्तीफा दे दिया है और मैंने राजभवन में राज्यपाल एन.एन. वोहरा को उनका इस्तीफा सौंप दिया है। यह पूछे जाने पर कि भाजपा क्यों सरकार से बाहर हो गई तो उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों ने टीवी चैनलों पर देख लिया है और उनका कहना था कि हम काफी नरम हैं।
शांति के लिए किया था भाजपा के साथ गठबंधन
भाजपा के गठबंधन से अलग होने की घोषणा के बाद महबूबा मुफ्ती ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और पीडीपी अब किसी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम मोहम्मद सईद ने व्यापक नजरिए से राज्य में शांति कायम करने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया था। यह गठबंधन सत्ता के लिए नहीं किया गया था बल्कि राज्य में मेलमिलाप, लोगों के साथ बातचीत तथा पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरु करने के मकसद से किया गया था। जम्मू-कश्मीर में जोर जबरदश्ती की नीति कामयाब नहीं हो सकती।
संघर्ष विराम से लोगों को मिला सुकून
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान विश्वास बहाली के कई कदम उठाए गए। ग्यारह हजार नौजवानों के खिलाफ मामले वापस लिए गए, एकतरफा संघर्ष विराम किया गया जिससे लोगों को सुकून मिला, मेलमिलाप की प्रक्रिया के लिए बातचीत का प्रस्ताव दिया गया, पाकिस्तान के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरु की गई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान गए। इसके अलावा धारा 370 और राज्य के विशेष दर्जे के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होने दी गई।