Edited By Radhika,Updated: 17 Dec, 2025 02:39 PM

फुटबॉल के दिग्गज लियोनेल मेसी का भारत दौरा किसी सपने जैसा रहा। कोलकाता और हैदराबाद के बाद जब मेसी नई दिल्ली पहुंचे, तो फैंस का उत्साह सातवें आसमान पर था। लेकिन इस दौरे के बीच मेसी के खेल से ज्यादा उनके बाएं पैर के 900 मिलियन डॉलर (करीब 74 अरब रुपये)...
नेशनल डेस्क : फुटबॉल के दिग्गज लियोनेल मेसी का भारत दौरा किसी सपने जैसा रहा। कोलकाता और हैदराबाद के बाद जब मेसी नई दिल्ली पहुंचे, तो फैंस का उत्साह सातवें आसमान पर था। इस दौरे के बीच मेसी के खेल से ज्यादा उनके बाएं पैर के 900 मिलियन डॉलर (करीब 74 अरब रुपये) के बीमा की चर्चा हो रही है। यह रकम इतनी बड़ी है कि इसमें कई छोटे देशों की पूरी अर्थव्यवस्था समा सकती है।
क्यों नहीं खेला कोई मैच?
भारतीय फैंस इस उम्मीद में थे कि मेसी मैदान पर अपनी जादुई किक दिखाएंगे, लेकिन वे सिर्फ जर्सी और उपस्थिति तक ही सीमित रहे। इसके पीछे का कारण उनका भारी-भरकम इंश्योरेंस है। दरअसल इतनी बड़ी बीमा राशि होने के कारण खिलाड़ी किसी भी Exhibition मैच में नहीं खेलते। अगर ऐसे मैच में चोट लगती है, तो बीमा कंपनियां उसका कवर नहीं देतीं, जिससे करोड़ों डॉलर का वित्तीय जोखिम खड़ा हो जाता है।

अरुण जेटली स्टेडियम में क्रिकेट और फुटबॉल का मिलन
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में मेसी का ऐतिहासिक सम्मान किया गया। यहाँ भारतीय खेल जगत के दो सबसे बड़े प्रेम—क्रिकेट और फुटबॉल—एक साथ दिखे। BCCI सचिव जय शाह ने मेसी को 2024 टी-20 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के हस्ताक्षर वाला बल्ला भेंट किया। साथ ही, मेसी को टीम इंडिया की जर्सी भी दी गई, जो इस ऐतिहासिक पल की गवाह बनी।
छोटे देशों की GDP से भी कीमती पैर
मेसी के सिर्फ एक पैर के बीमा की कीमत तुवालू ($65M), नाउरू ($169M) और पलाउ ($333M) जैसे देशों की कुल जीडीपी से कहीं ज्यादा है। यहाँ तक कि डोमिनिका और साओ टोमे जैसे देशों की अर्थव्यवस्था भी मेसी के 'जादुई पैर' की सुरक्षा राशि के सामने छोटी नजर आती है।