Retirement Secret Formula: 30 की उम्र से पहले कर लिया यह काम तो 60 तक बन सकते हैं करोड़पति, जानें जबरदस्त फॉर्मूला

Edited By Updated: 17 Dec, 2025 05:11 PM

if you take this step before 30 you are sure to become a millionaire by 60

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर वर्तमान की जरूरतों में इतना उलझ जाते हैं कि भविष्य की सुध नहीं रहती। ज्यादातर लोग रिटायरमेंट के बारे में तब सोचना शुरू करते हैं जब वे 40 या 50 की दहलीज पर होते हैं लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों (Financial Experts) का...

नेशनल डेस्क। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर वर्तमान की जरूरतों में इतना उलझ जाते हैं कि भविष्य की सुध नहीं रहती। ज्यादातर लोग रिटायरमेंट के बारे में तब सोचना शुरू करते हैं जब वे 40 या 50 की दहलीज पर होते हैं लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों (Financial Experts) का मानना है कि यदि आप 30 साल की उम्र से पहले निवेश की शुरुआत कर देते हैं तो 60 की उम्र तक करोड़पति बनना बेहद आसान है।

जल्दी निवेश शुरू करने के बड़े फायदे

रिटायरमेंट प्लानिंग में सबसे बड़ी पूंजी पैसा नहीं बल्कि समय (Time) है। जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे आपको कंपाउंडिंग (Compounding) का उतना ही जबरदस्त फायदा मिलेगा। इसमें आपको न केवल आपके मूल निवेश पर ब्याज मिलता है बल्कि ब्याज पर भी ब्याज मिलता है। यदि आप 25-28 साल की उम्र में निवेश शुरू करते हैं तो आपके पास 60 साल की उम्र तक पहुंचने के लिए 30-35 साल का लंबा समय होता है जो छोटी रकम को भी पहाड़ जैसा बना सकता है।

₹1 करोड़ का फंड: कितनी बचत है ज़रूरी?

60 की उम्र तक ₹1 करोड़ का लक्ष्य हासिल करना कोई नामुमकिन काम नहीं है। इसके लिए आपको बस अनुशासन और सही दिशा की ज़रूरत है:

मासिक निवेश: यदि आप 30 साल की उम्र से हर महीने ₹6,000 से ₹7,000 का निवेश शुरू करते हैं।

रिटर्न की दर: इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड में औसतन 12% सालाना रिटर्न माना जाए।

नतीजा: 60 साल की उम्र तक आपके पास लगभग ₹1 करोड़ का फंड तैयार हो सकता है। यदि आप निवेश की राशि या समय बढ़ाते हैं तो यह आंकड़ा कई गुना और बढ़ सकता है।

 

यह भी पढ़ें: जयमाला के लिए स्टेज पर खड़े थे दूल्हा-दुल्हन, तभी अचानक आ पहुंचा आशिक, सभी का रंग पड़ गया फीका, फिर पिता ने जो किया...

 

कहां निवेश करना रहेगा समझदारी?

रिटायरमेंट के लिए सिर्फ सेविंग अकाउंट या एफडी (FD) पर निर्भर रहना घाटे का सौदा हो सकता है क्योंकि ये अक्सर महंगाई (Inflation) को मात नहीं दे पाते।

इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds): लंबी अवधि के लिए सबसे बेहतर विकल्प।

इंडेक्स फंड (Index Funds): कम खर्च और स्थिर रिटर्न के लिए अच्छा चुनाव।

रिटायरमेंट फंड्स: खास तौर पर भविष्य की जरूरतों के लिए डिज़ाइन किए गए फंड्स।

बैलेंस्ड अप्रोच: जैसे-जैसे आपकी उम्र रिटायरमेंट के करीब आए अपने निवेश का कुछ हिस्सा सुरक्षित विकल्पों (जैसे डेट फंड) में शिफ्ट करते रहें।

 

यह भी पढ़ें: हैवान मां ने Pregnant बेटी से साथ की दरिंदगी, ज़मीन पर पटका और चाकू से काटा पेट और अजन्मे भ्रूण को निकाला बाहर, फिर सौतेले बाप ने...

 

SIP: रिटायरमेंट का सबसे आसान रास्ता

SIP (Systematic Investment Plan) रिटायरमेंट प्लानिंग का सबसे भरोसेमंद तरीका है। इसकी खासियतें: हर महीने एक तय तारीख को आपके खाते से छोटी रकम निवेश होती है। मार्केट के उतार-चढ़ाव में आपको यूनिट्स खरीदने का लाभ मिलता है (Rupee Cost Averaging)। आप अपनी सहूलियत के हिसाब से छोटी राशि से भी शुरुआत कर सकते हैं।

ये बातें कभी न भूलें

आज के ₹1 करोड़ की वैल्यू 30 साल बाद काफी कम होगी। इसलिए समय-समय पर अपने निवेश की समीक्षा करें। जैसे-जैसे आपकी आय बढ़े अपनी SIP की रकम भी बढ़ाते रहें।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!