Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Dec, 2021 10:20 AM
देश में लगातार बढ़ रही मंहगाई पर काबू पाने के लिए केंद्र ने बड़ा फैसला लिया है। वित्त मंत्रालय ने एक आदेश जारी करके कमोडिटी एक्सचेंज (commodities exchange) पर गेंहू , चना, चावल, सरसो, सोयाबीन, पॉम ऑयल (palm oil) और मूंग के वायदा कारोबार (Forward...
बिजनेस डेस्क: देश में लगातार बढ़ रही मंहगाई पर काबू पाने के लिए केंद्र ने बड़ा फैसला लिया है। वित्त मंत्रालय ने एक आदेश जारी करके कमोडिटी एक्सचेंज (commodities exchange) पर गेंहू , चना, चावल, सरसो, सोयाबीन, पॉम ऑयल (palm oil) और मूंग के वायदा कारोबार (Forward trading) पर एक साल के लिए रोक लगा दी है। वित्त मंत्रालय ने SEBI के यह आदेश जारी करने के लिए कहा है। सूची में चना, और सरसों के बीज और इसके डेरिवेटिव भी शामिल हैं। इन जिंसों में डेरिवेटिव अनुबंधों को इस साल की शुरुआत में निलंबित कर दिया गया था। पहले से चल रहे अनुबंधों के संबंध में कोई भी नया सौदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और केवल सौदे को पूरा करने की अनुमति होगी।
बयान के मुताबिक ये निर्देश एक साल के लिए लागू होंगे। गौरतलब है कि इसी महीने होससेल मंहगाई की दर 14.23 प्रतिशत को पार कर गई थी और महंगाई की इस बड़ी दर में खास तौर पर खाद्य तेलों का बड़ा योगदान रहा है। इसके अलावा पेट्रोल लऔर डीजल मंहगा होने से गेहूं, चावल और मूंग के दाम भी बेतहाशा बढ़ रहे थे। खाद्य वस्तुओं की मंहगाई का एक बड़ा कारण future exchange पर इनका कारोबार भी होता है।
वायदा कारोबार में काल्पनिक तरीके से खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ा दी जाती हैं। और इसका असर सपोर्ट मार्किट पर भी पड़ता है और आम लोगों को खानाे-पीने की चीजें महंगी मिलती हैं। इसी महंगाई पर लगाम के लिए सरकार ने यह फैसला किया और इसके बाद महंगाई पर लगाम लगने की उम्मीद की जा रही है।