Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 04:52 PM
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि सऊदी अरब सरकार ने भारत से पानी के जहाज द्वारा हज यात्रा को हरी झंडी दे दी है और दोनों देशों के सम्बंधित अधिकारी आवश्यक औपचारिकताओं एवं तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू करेंगे ताकि आने वाले...
नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि सऊदी अरब सरकार ने भारत से पानी के जहाज द्वारा हज यात्रा को हरी झंडी दे दी है और दोनों देशों के सम्बंधित अधिकारी आवश्यक औपचारिकताओं एवं तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू करेंगे ताकि आने वाले वर्षों में समुद्री मार्ग से हज यात्रा को दोबारा शुरू किया जा सके। आधिकारिक बयान के मुताबिक कल सऊदी अरब के मक्का में नकवी ने सऊदी अरब के हज एवं उमरा मंत्री डॉ. मुहम्मद सालेह बिन ताहिर बिनतेन के साथ ‘हज-2018’ के सम्बन्ध में द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किया।
नकवी ने ट्वीट कर बताया कि भारत से पहली बार मुस्लिम महिलाएं बिना ‘‘मेहरम’’ (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाएंगी। इन महिलाओं के लिए सऊदी अरब में ठहरने के लिए अलग बिल्डिंगों एवं यातायात की व्यवस्था की गई है। इन महिला हज यात्रियों के सहयोग के लिए महिला ‘‘हज असिस्टेंट’’ रहेंगी। उन्होंने बताया कि 1300 से अधिक महिलाओं ने बिना ‘‘मेहरम’’ हज पर जाने के लिए आवेदन किया है और इन सभी को लॉटरी सिस्टम से बाहर रखकर हज पर जाने की व्यवस्था की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सऊदी अरब के हज एवं उमरा मंत्री से उनकी मुलाकात बहुत सकारात्मक एवं सार्थक रही जिसमें हज 2018 के दौरान हज यात्रियों के लिए यातायात, निवास, सुरक्षा व्यवस्था आदि से सम्बंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब वैश्विक शांति, समृद्धि के आदर्शों को सांझा करते हैं। दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक सम्बन्ध हैं, जो दोनों देशों के नेताओं एवं वरिष्ठ अधिकारियों के दौरों से और मजबूत हुए हैं। नकवी ने कहा कि अप्रैल 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की यात्रा से दोनों देशों के आपसी संबंधों को नई ऊर्जा मिली है।