Edited By Radhika,Updated: 04 May, 2024 06:31 PM
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के संबंध में पुलिस ने एक टीम बनाई है। यह टीम आने वाले कुछ दिनों में ग्वाहों से पूछताछ करेगी। उन्होंने ये भी कहा कि जांचकर्ता पहले ही राजभवन के सीसीटीवी फुटेज शेयर करने का...
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के संबंध में पुलिस ने एक टीम बनाई है। यह टीम आने वाले कुछ दिनों में ग्वाहों से पूछताछ करेगी। उन्होंने ये भी कहा कि जांचकर्ता पहले ही राजभवन के सीसीटीवी फुटेज शेयर करने का अनुरोध कर चुके हैं।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अधिकारी ने कहा, “हमने एक जांच दल का गठन किया है जो इस मामले में अगले कुछ दिनों में कुछ संभावित गवाहों से बात करेगा। हमने राजभवन से सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध होने पर उसे शेयर करने का अनुरोध किया है।” राजभवन की एक संविदा महिला कर्मचारी ने 3 मई को बंगाल के राज्यपाल पर राजभवन में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कोलकाता पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत, किसी राज्यपाल के खिलाफ उसके कार्यकाल के समय पर कोई भी आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं की जा सकती है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का दावा है कि राज्यपाल बोस पर राजभवन में ही काम करने वाली एक महिला ने छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। राजभवन ने इन आरोपों का खंडन किया है।
राज्यपाल बोस ने कहा कि 'सच्चाई की जीत होगी। मैं गढ़ी गई कहानियों से डरने वाला नहीं हूं। अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी लाभ चाहता है तो भगवान उन्हें आशीर्वाद दें लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते।'