...तो सिर्फ वाराणसी से लड़ेंगे मोदी!

Edited By Naresh Kumar,Updated: 24 Mar, 2019 08:58 AM

modi will elect only from varanasi

भारतीय जनता पार्टी द्वारा संबित पात्रा को पुरी और रंजन बेन को वडोदरा लोकसभा सीट से मैदान में उतारे जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इन दोनों सीटों से चुनाव लडऩे की अटकलों पर विराम लग गया है।

जालंधर(नरेश कुमार): भारतीय जनता पार्टी द्वारा संबित पात्रा को पुरी और रंजन बेन को वडोदरा लोकसभा सीट से मैदान में उतारे जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इन दोनों सीटों से चुनाव लडऩे की अटकलों पर विराम लग गया है। इससे पहले राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा थी कि मोदी वाराणसी के साथ-साथ पुरी से भी चुनाव लड़ सकते हैं। दरअसल इस आकलन का आधार ओडिशा में करवाए गए पार्टी के सर्वे की रिपोर्ट थी जिसमें कहा गया था कि यदि मोदी धार्मिक महत्व वाले पुरी लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतरते हैं तो इसका पार्टी को ओडिशा में फायदा होगा और पार्टी ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से अधिकतर सीटें जीत सकती है लेकिन संबित पात्रा की उम्मीदवारी के ऐलान के बाद इन सारी अटकलों पर विराम लगा लेकिन शनिवार रात वडोदरा से उम्मीदवार के ऐलान के बाद मोदी के गुजरात में चुनाव लडऩे की अटकलें भी थम गई हैं।

वडोदरा सीट से रंजन बेन उम्मीदवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के साथ-साथ गुजरात की एक लोकसभा सीट से भी मैदान में उतरने की चर्चा थी लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को गांधी नगर से मैदान में उतारे जाने के बाद अब यह चर्चा शुरू हो गई थी कि मोदी गुजरात से भी मैदान में नहीं उतरेंगे। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री दोनों के एक प्रदेश से मैदान में उतरने का गलत संदेश जाएगा और यह चर्चा वडोदरा से रंजन बेन को मैदान में उतारने की खबर के बाद सही साबित हुई। लिहाजा माना जा रहा है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ वाराणसी सीट पर ही मैदान में उतरेंगे।


यू.पी. पर फोकस करेंगे मोदी
उत्तर प्रदेश में सपा व बसपा के गठजोड़ के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति बदली है और पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश पर बढ़ा है। राजनीति में कहा जाता है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यू.पी. से होकर जाता है और पिछले चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रदेश से 71 सीटें जीती थीं और 2 सीटें उसके सहयोगी अपना दल को मिली थीं। लेकिन इस बार सपा व बसपा के गठजोड़ के कारण उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए राह कठिन नजर आ रही है लिहाजा मोदी खुद इस सीट पर फोकस करना चाहते हैं। माना जा रहा है कि इसी रणनीति के तहत मोदी सिर्फ एक सीट से चुनाव लड़ेंगे और यू.पी. पर फोकस रखेंगे।


पिछली बार दोनों सीटें जीते थे मोदी, वड़ोदरा छोड़ दी थी
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह प्रदेश गुजरात की वड़ोदरा सीट के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट पर चुनाव लड़े थे और दोनों सीटों पर मोदी की जबरदस्त जीत हुई थी। वड़ोदरा सीट पर उन्हें 8,45,464 मत हासिल हुए थे जबकि उनके विरोधी मधुसूदन मिस्त्री को 2,75,336 मत मिले थे और मोदी ने उन्हें 5,70,128 मतों के अंतर से पराजित किया था जबकि वाराणसी में मोदी को 5,81,022 मत हासिल हुए थे और उन्होंने अरविंद केजरीवाल को 3,71,784 मतों के अंतर से हराया था। केजरीवाल को इस चुनाव में 2,09,238 मत हासिल हुए थे और जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी सीट अपने पास रखी थी जबकि वड़ोदरा सीट उन्होंने छोड़ दी थी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!