राष्ट्रपति भवन, कुतुब मीनार और भारत के अन्य स्मारकों को विश्व बाल दिवस के अवसर पर 20 नवंबर को ‘गो ब्लू'' अभियान के तहत नीली रोशनी से सजाया जाएगा। यूनीसेफ ने कहा कि बाल अधिकारों के साथ एकजुटता दर्शाने और बच्चों के जीवन पर कोविड-19 के प्रभाव के तहत यह अभियान चलाया गया है। इसने कहा कि
नई दिल्लीः राष्ट्रपति भवन, कुतुब मीनार और भारत के अन्य स्मारकों को विश्व बाल दिवस के अवसर पर 20 नवंबर को ‘गो ब्लू' अभियान के तहत नीली रोशनी से सजाया जाएगा। यूनीसेफ ने कहा कि बाल अधिकारों के साथ एकजुटता दर्शाने और बच्चों के जीवन पर कोविड-19 के प्रभाव के तहत यह अभियान चलाया गया है। इसने कहा कि ‘गो ब्लू अभियान' के तहत महत्वपूर्ण स्मारकों को नीली रोशनी से सजाया जाएगा।
यूनीसेफ ने कहा कि विश्व बाल दिवस के अवसर पर इस वर्ष डिजिटल गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र निकाय यूनीसेफ ने बयान जारी कर कहा, ‘‘वयस्कों के साथ बच्चे भी मास्क पहनेंगे और सामाजिक दूरी का पालन करेंगे। इसका यह मतलब नहीं है कि बच्चों की आवाज हल्की रहेगी-- बच्चे मास्क पहनेंगे लेकिन उनकी आवाज दबी नहीं रहेगी। इस वर्ष विश्व बाल दिवस के अवसर पर।''
यूनीसेफ, पार्लियामेंटेरियंस ग्रुप ऑफ चिल्ड्रेन (पीजीसी) के साथ मिलकर 20 नवंबर को बच्चों के साथ जलवायु संसद का आयोजन कर रहा है। इसे उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के नेतृत्व में संसद के 30 सदस्य आयोजित कर रहे हैं। इसने कहा, ‘‘बच्चे सांसदों के साथ जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर चर्चा करेंगे और जलवायु पर मांग पत्र पेश करेंगे। हिस्सा लेने वाले सांसद संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर कर सकते हैं जिसके तहत बाल अधिकारों और जलवायु कार्यों को समन्वित किया जा सके।''
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