Edited By Yaspal,Updated: 27 Feb, 2023 08:37 PM
नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव संपन्न हो गया। नागालैंड में शाम छह बजे तक 84.83 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके साथ ही 60 सीटों में से 59 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई
नेशनल डेस्कः नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव संपन्न हो गया। नागालैंड में शाम छह बजे तक 84.83 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके साथ ही 60 सीटों में से 59 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। चुनाव के परिणाम 2 मार्च को सामने आएगा। मतदान की प्रक्रिया अब तक शांतिपूर्ण रही है, जो कभी उग्रवाद का गढ़ रहा था। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हालांकि, वोखा जिले में भंडारी सीट पर पथराव और ‘हवा में गोलीबारी' से तनाव पैदा हो गया। एनएससीएन (आईएम) और अन्य समूहों तथा केंद्र सरकार के साथ शांति वार्ता जारी रहने के कारण राज्य में एक दशक से भी अधिक समय से संघर्ष विराम जारी है। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और 13 लाख से अधिक मतदाता 183 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने वाले हैं। निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने कहा, ‘‘अपराह्न तीन बजे तक 72.99 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान अब तक शांतिपूर्ण रहा।''
नागालैंड की 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीट पर उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जुनहेबोटो जिले में अकुलुतो सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एवं मौजूदा विधायक कझेतो किनिमी निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं। मतदान शाम चार बजे तक होगा और मतों की गिनती दो मार्च को होगी। सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और भाजपा सीट की साझेदारी के तहत क्रमश: 40 और 20 सीट पर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि 2003 तक राज्य में शासन कर चुकी कांग्रेस ने 23 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। फिलहाल सदन में कांग्रेस का एक भी सदस्य नहीं है। इस चुनाव में एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन दूसरे कार्यकाल के लिए प्रयासरत है और नेफ्यू रियो गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में 26 सीट जीतने वाली एनपीएफ ने 22 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उनमें से एक ने नाम वापस ले लिया और अब उसके 21 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कुल 19 उम्मीदवार निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। मतदाताओं में 6,47,523 पुरुष और 6,49,876 महिला मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए 2,291 केंद्र बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मतदाताओं खासकर पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वालों से लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘नागालैंड में लोग नगा मुद्दे का समाधान, स्थायी शांति और विकास चाहते हैं।''