Edited By Anil dev,Updated: 04 May, 2021 06:55 PM
हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पाकर् (एनज़ेडपी) में आठ एशियाई शेरों के सार्स-कोव 2 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई है।
नेशनल डेस्क: हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पाकर् (एनज़ेडपी) में आठ एशियाई शेरों के सार्स-कोव 2 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन शेरों के नमूनों (नाक, गले और श्वसन तंत्र से एकत्र किए गए) को चिड़यिाघर प्रशासन ने 24 अप्रैल को सेलुलर और आणविक जीव विज्ञान केंद्र और लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रयोगशाला (सीसीएमबी-एलएसीलोएनईएस) के साथ साझा किया था। इन सभी में सांस की परेशानी के लक्षण दिखाई दिए थे।
सीसीएमबी-एलएसीलोएनईएस ने आज अपनी रिपोटर् में कहा है कि ये आठ एशियाई शेर सार्स-कोव 2 वायरस से संक्रमित हैं। लेकिन राहत की बात यह है कि ये शेर अच्छी तरह से स्वस्थ हो रहे हैं और नमूनों के विश्लेषण से पता चला है कि उन्हें किसी भी प्रकार के गंभीर वायरस के स्वरूप से संक्रमण नहीं हुआ है। नमूनों के विश्लेषण से पता चला है कि किसी भी प्रकार के चिंतित करने वाले वायरस के स्वरूप से संक्रमण नहीं हुआ था। इन आठ शेरों को आइसोलेशन में रख दिया गया है और उनकी उचित देखभाल और आवश्यक उपचार शुरू कर दिया गया है।
इलाज के बाद सभी आठ शेरों के स्वास्थ्य में सुधार दिखाई दे रहा है और वे अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं। वे सामान्य रूप से व्यवहार कर रहे हैं और अच्छी तरह से खाना खा रहे हैं। सभी चिड़यिाघर कर्मचारियों की सुरक्षा के उपाय पहले से ही शुरू कर दिए गए हैं और बाहरी संपकर् से बचाने के लिए चिड़यिाघर को दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया है। विश्व में अन्य स्थानों पर पिछले वर्ष सार्स-कोव 2 से संक्रमित होने वाले चिड़यिाघर के जानवरों के साथ अनुभव के आधार पर, इस बात के अभी तक कोई तथ्यात्मक प्रमाण नहीं है कि जानवर, मनुष्यों को किसी भी तरह से यह बीमारी पहुंचा सकते हैं।