Edited By vasudha,Updated: 02 Jan, 2021 02:23 PM
नववर्ष के पहले दिन विश्वभर में करीब 3,71,504 बच्चे पैदा हुए, जिनमें से अकेले भारत में करीब 60,000 बच्चों का जन्म हुआ। यूनिसेफ (UNICEF) ने अनुमान जताया था कि नए साल के पहले दिन आधे से अधिक बच्चे 10 देशों में पैदा होंगे, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या...
नेशनल डेस्क: नववर्ष के पहले दिन विश्वभर में करीब 3,71,504 बच्चे पैदा हुए, जिनमें से अकेले भारत में करीब 60,000 बच्चों का जन्म हुआ। यूनिसेफ (UNICEF) ने अनुमान जताया था कि नए साल के पहले दिन आधे से अधिक बच्चे 10 देशों में पैदा होंगे, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या भारत की है। हालांकि पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें ताे यह संख्या कम है। जनवरी 2020 में अकेले भारत में 67,385 बच्चों का जन्म हुआ था।
दूसरे नंबर पर चीन
यूनिसेफ की मानें तो इस साल 140 मिलियन यानी 14 करोड़ बच्चे पैदा होंगे। जिसमें सबसे ज्यादा संख्या भारत , दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे पर नाइजीरिया होगा। यूनिसेफ के मुताबिक चीन में इस साल 35,615 बच्चों का जन्म होगा तो वहीं नाइजीरिया में 21,439 जन्म लेंगे। पाकिस्तान की बात करें तो यहा इस साल 12,336 बच्चे पैदा होंगे।
यूनिसेफ ने जुटाया सभी देशों का डाटा
बता दें कि दुनियाभर में बच्चों के जन्म से संबंधित डाटा का पता लगाने के लिए यूनिसेफ ने सभी देशों में जन्म के मासिक और दैनिक डेटा, वाइटल रजिस्ट्रेशन और राष्ट्रीय स्तर पर घरेलू सर्वेक्षण डेटा का उपयोग किया है। यूनिसेफ ने कहा कि साल 2021 में करीब 140 मिलियन बच्चों के पैदा होने की उम्मीद है. इन बच्चों की औसत जीवन प्रत्याशा 84 साल होने की उम्मीद जताई जा रही है।
फिजी में हुआ सबसे पहला बच्चा
यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर ने कहा कि पहले की तुलना में नए साल में जन्म लेने वाले बच्चे बहुत ही अलग माहौल में पैदा हुए हैं। सभी को मिलकर बच्चों के लिए एक निष्पक्ष, सुरक्षित, स्वस्थ दुनिया बनाने के लिए 2021 की शुरुआत करनी चाहिए। यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार इस नए साल पर प्रशांत क्षेत्र में फिजी 2021 में सबसे पहले बच्चे का स्वागत करेगा, जबकि अमेरिका सबसे आखिरी बच्चे का।