Edited By Rohini Oberoi,Updated: 13 Nov, 2025 03:41 PM

राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने स्कूलों को हाइब्रिड मोड (Hybrid Mode) में कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया है।...
नेशनल डेस्क। राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने स्कूलों को हाइब्रिड मोड (Hybrid Mode) में कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में है और ग्रेप-3 (GRAP-3) की पाबंदियां पहले से ही लागू हैं।
अभिभावकों की मर्ज़ी से होगी पढ़ाई
इस नए आदेश का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों को प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचाना और उन्हें सुरक्षित शैक्षणिक विकल्प प्रदान करना है।अब 5वीं कक्षा तक के छात्र ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों में से किसी भी माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। यह पूरी तरह से अभिभावकों की मर्ज़ी पर निर्भर करेगा कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं या उन्हें घर से ऑनलाइन क्लासेस में शामिल कराना चाहते हैं।
यह आदेश सीबीएसई (CBSE) सहित सभी अन्य बोर्डों के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के लिए जारी किया गया है। सभी शिक्षण संस्थानों को हाइब्रिड मोड पर कक्षाओं की सुविधा देनी होगी।
यह सुनिश्चित किया गया है कि जो छात्र ऑनलाइन पढ़ना चाहें उन्हें स्कूल की ओर से ज़रूरी तकनीकी सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि उनकी पढ़ाई पर कोई असर न पड़े। यह फैसला बच्चों को स्वस्थ रखने और उन्हें सुरक्षित वातावरण में शिक्षा जारी रखने में मदद करेगा।