Edited By Rohini Oberoi,Updated: 12 Dec, 2025 02:46 PM

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) इस समय गंभीर परिचालन संकट से जूझ रही है जिसके चलते विमानन नियामक महानिदेशालय नागरिक उड्डयन (DGCA) ने उस पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में एयरलाइन के CEO पीटर एल्बर्स को लगातार दो दिनों तक पूछताछ...
नेशनल डेस्क। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) इस समय गंभीर परिचालन संकट से जूझ रही है जिसके चलते विमानन नियामक महानिदेशालय नागरिक उड्डयन (DGCA) ने उस पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में एयरलाइन के CEO पीटर एल्बर्स को लगातार दो दिनों तक पूछताछ के लिए तलब किया है। 2 दिसंबर से लेकर अब तक इंडिगो को 4,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं जिससे लाखों यात्रियों को भारी असुविधा हुई है और पूरे देश की यात्रा योजनाओं में बड़ी बाधा आई है।
DGCA के सामने लगातार दो दिन तलब हुए इंडिगो CEO
मामले की गंभीरता को देखते हुए DGCA ने कड़ा रुख अपनाया है। सूत्रों के अनुसार इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स को DGCA की चार सदस्यीय उच्च-स्तरीय समिति के सामने पेश होने के लिए गुरुवार और फिर शुक्रवार को लगातार दो दिन तलब किया गया।
इससे पहले भी एल्बर्स और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने DGCA को एयरलाइन के संचालन (Operations) और भर्ती प्रक्रियाओं (Recruitment Processes) पर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी। नियामक अब एयरलाइन की कार्यप्रणाली की बारीकी से जांच कर रहा है।
मंत्री ने बताया 'गंभीर मिसमैनेजमेंट' है संकट की वजह
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने 'एजेंडा आजतक' के मंच पर इस संकट के लिए सीधे तौर पर इंडिगो को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इंडिगो का 'गंभीर मिसमैनेजमेंट' (Serious Mismanagement) ही इस पूरे संकट का मुख्य कारण है।
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मंत्री ने यह भी कहा कि बुधवार तक इंडिगो की सेवाएं भले ही सामान्य हो गईं हों और उड़ानों के रद्द होने की संख्या असामान्य रूप से कम रही हो, लेकिन एयरलाइन के संचालन को लेकर चिंताएँ अभी भी बनी हुई हैं और यात्रियों में हवाई यात्रा को लेकर भरोसे की कमी है।
मंत्री का बयान: संकट टाला जा सकता था
नायडू ने जोर देकर कहा कि यह संकट पूरी तरह से अप्रत्याशित नहीं था और इसे टाला जा सकता था। उन्होंने इंडिया टुडे को बताया कि सीईओ पीटर एल्बर्स की वायरल हुई एक तस्वीर में वह न केवल उनसे बल्कि पूरे देश से माफी मांग रहे थे।
DGCA ने पिछले हफ्ते जो चार सदस्यीय पैनल गठित किया था वह इन प्रमुख पहलुओं की जांच कर रहा है:
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क्रू रॉस्टरिंग (Crew Rostering): कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने की प्रक्रिया।
मैनपावर प्लानिंग (Manpower Planning): कर्मचारियों की संख्या का प्रबंधन।
नियमों का पालन: 1 नवंबर से लागू हुए नए पायलट ड्यूटी और रेस्ट (आराम) नियमों का एयरलाइन द्वारा पालन।
इंडिगो के इस व्यापक परिचालन संकट ने भारत के विमानन क्षेत्र में बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं और नियामक अब सख्त कदम उठाने को तैयार दिख रहा है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।