Edited By shukdev,Updated: 13 Oct, 2018 05:38 AM
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान के आतंकवादी हाफिज सईद के फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन से संबद्ध आतंकी वित्तपोषण मॉड्यूल की अपनी जांच के सिलसिले में शुक्रवार को छापेमारी की। एनआईए की ओर से जारी एक सरकारी बयान के अनुसार लाजपत नगर में हिलाल अहमद...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान के आतंकवादी हाफिज सईद के फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन से संबद्ध आतंकी वित्तपोषण मॉड्यूल की अपनी जांच के सिलसिले में शुक्रवार को छापेमारी की। एनआईए की ओर से जारी एक सरकारी बयान के अनुसार लाजपत नगर में हिलाल अहमद राठर के कार्यालय और आवास की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान 18 लाख रुपए नकद, छह मोबाइल फोन, सिम और संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए। राठर जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर का निवासी है।
इस संघीय जांच एजेंसी ने आतंक वित्त पोषण मॉड्यूल की जांच के लिए जुलाई में मामला दर्ज किया था। फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा द्वारा तैयार किया गया लाहौर आधारित एक संगठन है। यह लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है। अमरीका ने 2010 में फलाह-ए-इंसानियनत फाउंडेशन को आतंकवादी संगठन करार दिया था। जांच में यह सामने आया कि निजामुद्दीन निवासी मोहम्मद सलमान दुबई में रहने वाले पाकिस्तान के एक नागरिक के नियमित संपर्क में है जिसका संबंध फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के उप प्रमुख से है।
एनआईए ने बताया कि आरोपी व्यक्ति को एफआईएफ संचालकों और उसके सहयोगियों की तरफ से भेजा जा रहा धन हवाला संचालकों के मार्फत मिल रहा है और यह धन उनकी नापाक गतिविधियों, भारत में अशांति फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए था। मामले में अब तक कुल तीन आरोपी- दिल्ली के मोहम्मद सलमान एवं मोहम्मद सलीम और श्रीनगर के सज्जाद अहमद वानी को गिरफ्तार किया गया है।