Edited By vasudha,Updated: 15 Apr, 2018 06:08 PM
कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार शुरु किये गये एक विशेष अभियान में राज्य के 500 से अधिक भिखारियों का नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया ताकि उन्हें मतदान का अधिकार मिल सके...
नेशनल डेस्क: कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार शुरु किये गये एक विशेष अभियान में राज्य के 500 से अधिक भिखारियों का नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया ताकि उन्हें मतदान का अधिकार मिल सके। बृहन्बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) द्वारा चलाये गये एक विशेष अभियान के दौरान 364 पुरुष और 144 महिला सहित कुल 508 भिखारियों का नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया है। ये सभी भिखारी यहां पुनर्वास केन्द्र में रहते हैं।
मतदाता सूची में नाम शामिल होने से ये लोग भी आगामी 12 मई को होने वाले राज्य विधान सभा चुनाव में अपने अधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। बेंगलुरु के मुख्य चुनाव अधिकारी और बीबीएमपी आयुक्त एन मंजूनाथ ने बताया कि राजराजेश्वरी नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपना मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इस अभियान के दौरान अधिकारियों ने नए मतदाताओं को ईवीएम के इस्तेमाल के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब भिखारियों को वोट देने का अधिकार मिलेगा। मतदान केन्द्र के कर्मियों ने उनके घरों में जाकर फॉर्म 6 भरकर उनका पंजीकरण किया है।
कुनिगल से शिवलिंगम ने कहा कि हालांकि हमें यह पता नहीं है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से मतदान कैसे करना है, हम मतदान के दिन अपने पसंदीदा पार्टी के उम्मीवार के पक्ष में मतदान करने को लेकर उत्सुक हैं। भिखारी राहत समिति सचिव चन्द्र नाईक ने कहा कि उन्होंने इसे पूर्व कभी भी मतदान नहीं किया।