Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Nov, 2019 09:23 AM
27 साल पहले लंदन आकर बसे पाकिस्तान में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एम.क्यू.एम.) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें भारत में राजनीतिक शरण देने की मांग की है। एम.क्यू.एम. अल्ताफ ने कहा कि मोदी उन्हें राजनीतिक शरण दें और अगर...
लंदन: 27 साल पहले लंदन आकर बसे पाकिस्तान में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एम.क्यू.एम.) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें भारत में राजनीतिक शरण देने की मांग की है। एम.क्यू.एम. अल्ताफ ने कहा कि मोदी उन्हें राजनीतिक शरण दें और अगर देश निर्वासित पाकिस्तानी राजनेता और उनके साथियों को शरण देने में असमर्थ है तो उनकी आर्थिक मदद की जाए। बता दें कि अल्ताफ अभी लंदन में राज्य विरोधी भाषणों के चलते घिरे हैं और हाल के दिनों में मेट्रोपोलिटन पुलिस ने उनकी जमानत शर्तों पर ढील दे दी। अब अगले साल जून में उनके केस का ट्रायल शुरू होना है।
उनका पासपोर्ट उनकी जमानत शर्तों के तहत यू.के. पुलिस के पास है। इसके अलावा जब तक कोर्ट द्वारा अनुमति नहीं दी जाती है, तब तक उन्हें किसी भी यात्रा दस्तावेज के लिए आवेदन करने की अनुमति नहीं है। उल्लेखनीय है कि हाल में सोशल मीडिया में शेयर किए अपने भाषण में अल्ताफ हुसैन ने कहा कि वो भारत जाना चाहते हैं, क्योंकि उनके दादा व हजारों रिश्तेदारों को भारत में ही दफनाया गया है। मैं उनकी कब्र पर जाना चाहता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी से अल्ताफ हुसैन ने गुहार लगाते हुए कहा कि 22 अगस्त, 2017 के भाषण के बाद कराची में उनके ऑफिस और घर को कब्जे में ले लिया गया। उन्होंने कहा कि अगर मोदी उन्हें शरण देने का जोखिम नहीं उठा सकते तो आर्थिक मदद ही कर दें। एक रिपोर्ट के मुताबिक हुसैन पर पाकिस्तान में 3576 मामले चल रहे हैं। पाकिस्तान में कुछ लोग अल्ताफ हुसैन को पीर भी मानते हैं।