Edited By Tanuja,Updated: 10 Nov, 2019 12:36 PM
अयोध्या मामले पर शनिवार को आए फैसले का जहां ज्यादातर देशों ने स्वागत किया है वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान बेहद खफा दिखा...
पेशावरः अयोध्या मामले पर शनिवार को आए फैसले का जहां ज्यादातर देशों ने स्वागत किया है वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान बेहद खफा दिखा। फैसला आने के पहले से लेकर बहुत बाद तक पाकिस्तान में ट्विटर बाबरी मस्जिद हैशटैग टॉप ट्रेंड करता रहा। दूसरे नंबर पर हैशटैग अयोध्या वर्डिक्ट रहा और पांचवें नंबर पर हैशटैग राम मंदिर रहा। बशीर अहमद ग्वाख नाम के पत्रकार ने इन हैशटैग के साथ एक ट्वीट कर इमरान सरकार को आईना दिखा दिया है। बशीर ने अपने ट्वीट में पाकिस्तान से अयोध्या पर आ रही प्रतिक्रियाओं की निंदा की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दिलचस्प है कि पाकिस्तान अयोध्या मामले पर भारत की शीर्ष अदालत के फैसले से नाराज है, जबकि यहां अहमदिया मस्जिद पंजाब के हासिलपुर में तोड़ दी गई थी। उस पर कोई नाराजगी नहीं। बता दें कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने तो इस फैसले के समय पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इसको थोड़े दिन टाला जा सकता था। यह खुशी के मौके पर दिखाए गई असंवेदनशीलता है। उन्होने फैसले आने के वक्त को सही नहीं बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का करतारपुर कॉरिडोर से ध्यान भटकाने की बजाय इस खुशी के मौके का हिस्सा बनना चाहिए था।
वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि पांच अगस्त को कश्मीर से विशेष दर्जा छीनने के बाद अब अयोध्या मामले के फैसले से सच सबके सामने आ गया है। सूचना और प्रसारण मामलों में प्रधानमंत्री की विशेष सहायक फिरदौस एवान ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक ओर जहां करतारपुर गलियारा खोल पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के अधिकार सुनिश्चित कर रहा है वहीं दूसरी ओर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।