Edited By vasudha,Updated: 25 Dec, 2019 05:28 PM
दुनिया में छह ऐसी जगहों की खोज हुई है, जहां रहने वाले लोग सबसे लंबी उम्र भोगते हैं। इन जगहों का हवाला दो लेखकों जेआई रोडेल की पुस्तक द हैल्दी हुंजास और डान ब्यूटनर की पुस्तक "ब्लू जोन्स" से मिलता है। "द हैल्दी हुंजास" पुस्तक पाकिस्तान के...
नई दिल्ली/जालंधर(सोमनाथ): दुनिया में छह ऐसी जगहों की खोज हुई है, जहां रहने वाले लोग सबसे लंबी उम्र भोगते हैं। इन जगहों का हवाला दो लेखकों जेआई रोडेल की पुस्तक द हैल्दी हुंजास और डान ब्यूटनर की पुस्तक "ब्लू जोन्स" से मिलता है। "द हैल्दी हुंजास" पुस्तक पाकिस्तान के किलगिट-बलिस्तान के अध्ययन पर आधारित है, जबकि ब्लू जोन्स यूरोप, जापान और अमरीका की पांच ऐसी जगहों के अध्ययन पर आधारित है जहां को लोग सौ साल से ज्यादा जीते हैं। इन दोनों पुस्तकों का अध्ययन इन जगहों पर रहने वाले लोगों की लंबी उम्र का राज खोलता है। किलगिट-बलिस्तान की ही बात करें तो यहां के हुंजा समुदाय के लोग 120 साल से भी ज्यादा की उम्र जीते हैं और यहां की महिलाएं 60 साल की उम्र में मां बनती हैं।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज साकारी मोमोई का नाम इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। साकारी मोमोई का 5 जुलाई 2015 को टोक्यो के एक अस्पताल में 112 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। मोमोई टोक्यो के निकटवर्ती शहर सैटामा में रहते थे और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अगस्त 2014 में उन्हें दुनिया का सबसे वृद्ध व्यक्ति करार दिया गया था। इससे पहले अप्रैल 2015 में दुनिया की सर्वाधिक वृद्ध महिला मिसाओ ओकावा का 117 साल की उम्र में निधन हो गया था। वह जापान के ओसाका की रहने वाली थीं।
ब्लू जोन्स क्या
"ब्लू ज़ोन" एक गैर-वैज्ञानिक शब्द है, जो भौगोलिक क्षेत्रों को दिया जाता है जो दुनिया के कुछ सबसे पुराने लोगों का घर है। ब्लू जोन पर अध्ययन का आईडिया डान ब्यूटनर का था, जो उन्होंने नैशनल ज्योग्राफिक के साथ साझा किया। डान ब्यूटनर एक बिजनसमैन थे, जबकि "द हैल्दी हुंजास" के लेखक जोहन इर्विंग रोडेल ऑर्गैनिक गार्डिंग के तौर पर जाने जाते हैं। दोनों ही लेखकों का संबंध अमरीका से है।
लंबी उम्र का राज
ब्लू जोन्स डाईट और हुंजा लोगों के खाने के अध्ययन में एक बात यह सामने आती है कि यह लोग खुद का उगाया हुआ अनाज ही खाते हैं। शहरी लाइफ स्टाइल के बारे में यह लोग ज्यादा रुचि नहीं लेते। हालांकि पर्यटक इन जगहों को देखने और इनके खाने का स्वाद चखने जरूर जाते हैं। इन जगहों पर रहने वाले लोग प्लांट फूड में भरोसा करते हैं खास तौर पर गेहूं, बाजरा, जौ कटू, शकरगंदी और सी फूड । हालांकि ब्लू जोन्स में रहने वाले लोगों में रेड वाइन के प्रचलन बारे भी लिखा गया है जबकि हुंजा समुदाय के बारे में ऐसा जिक्र नहीं है। इसके अलावा कम खाना भी लंबी उम्र का राज कहा गया है। ये लोग दिन में दो बार खाना खाते हैं और वह भी कम।
ब्लू जोन्स में शामिल स्थल
1. कारिया(ग्रीस): यूरोपियन स्टेट ग्रीस का कारिया शहर ब्लू जोन्स में शामिल हैं। इस जगह पर रहने वाले लोग प्रोटीन से भरपूर मैडिटेरेनियन डाईट जिसमें आलिव आयल, रेड वाइन और खुद की उगाई गई सब्जियां(होमग्राउन वेजिटेबल्स ) शामिल हैं।
2. ओगलियास्त्रा, सार्डीनिया(इटली): इस जगह पर रहने वाले लोगों की उम्र 100 साल से कम नहीं होती। ओगलियास्त्रा एक पहाड़ी क्षेत्र है और इस जगह पर रहने वाले लोग खेतों में काम करते हैं और रेड वाइन का काफी ज्यादा सेवन करते हैं।
3. ओकिनावा(जापान): ओकिनावा के रहने वाले लोग सोया-बेस्ड फूड ज्यादा खाते हैं और टाई चाई प्रैक्टिस(एक तरह से कराटे जैसी एक्सरसाइज) और मेडिटेशन ज्यादा करते हैं।
4. निकोया प्रायद्वीप(कोस्टा रिका): इस जगह पर रहने वाले लोगों के खाने में बीन्स और कार्न टॉर्टिला(मक्की की चपाती) शामिल है। जहां के लोग लंबी उम्र तक नौकर करते हैं।
5. सेवंथ-डे एडवैंटिस्ट्स ने लोमा लिंडा, कैलिफोर्निया(यूएसए): सेवंथ-डे एडवैंटिस्ट्स लोगों का एक धार्मिक समूह है, जो एक समुदाय के रूप में रहता है। ये लोग पूरी तरह से शाकाहारी हैं।