Edited By prachi upadhyay,Updated: 07 Sep, 2019 12:01 PM
चांद से सिर्फ 2.1 किमी की दूरी पर चंद्रयान 2 के विक्रम लैडर का जमीनी संपर्क टूट गया। जिसके बाद इसरो सेंटर में मौजूद सभी वैज्ञानिकों के चेहरे पर उदासी छा गई। इस दौरान इसरो प्रमुख के. सिवन भावुक हो गए। जिसके बाद पीएम मोदी ने के सिवन को गले लगाकर उनका...
बेंगलुरू: चांद से सिर्फ 2.1 किमी की दूरी पर चंद्रयान 2 के विक्रम लैडर का जमीनी संपर्क टूट गया। जिसके बाद इसरो सेंटर में मौजूद सभी वैज्ञानिकों के चेहरे पर उदासी छा गई। इस दौरान इसरो प्रमुख के. सिवन भावुक हो गए। जिसके बाद पीएम मोदी ने के सिवन को गले लगाकर उनका हौसला बढ़ाया।
हालांकि संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को हौसला बढ़ते हुए कहा कि, ‘आपने बहुत उत्तम सेवा की है और हमेशा भारत को गौरवान्वित किया है। मैं पूर तरह से आपके साथ हूं। Hope for the Best.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘ज्ञान का अगर सबसे बड़ा शिक्षक कोई है तो वो विज्ञान है. विज्ञान में विफलता नहीं होती, केवल प्रयोग और प्रयास होते हैं। हम निश्चित रूप से सफल होंगे। हर मुश्किल, हर संघर्ष, हर कठिनाई, हमें कुछ नया सिखाकर जाती है। कुछ नए आविष्कार, नई टेक्नोलॉजी के लिए प्रेरित करती है और इसी से हमारी आगे की सफलता तय होती हैं।’