Edited By shukdev,Updated: 24 Jan, 2020 08:27 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत की बात करते हैं, तो हमें ये भी याद रखना है कि भारत असल में है क्या? भारत क्या सिर्फ सरहदों के भीतर 130 करोड़ लोगों का घर मात्र ही है? आपका मन कहेगा जी नहीं, भारत एक राष्ट्र के साथ-साथ...
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवा एवं छात्र समुदाय का शुक्रवार को आह्वान किया कि वे राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की ज्यादा से ज्यादा बात करे और अमल में लाकर उदाहरण पेश करें। इसी प्रकार से ‘न्यू इंडिया' का निर्माण होगा। मोदी ने गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेने आए राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सदस्यों और झांकियों के साथ आये अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यह कहा।

दिल्ली छावनी में उनके शिविर में आयोजित ‘एट होम' कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि यह हमारा 71वां गणतंत्र दिवस है। बीते 70 साल से हमने एक गणतंत्र के रूप में, पूरे विश्व के सामने एक उत्तम उदाहरण रखा है। ऐसे में हमें देश के संविधान के एक ऐसे पहलू पर ध्यान देने की जरूरत है जिसकी चर्चा बीते सात दशक में उतने विस्तार से नहीं हो पाई।

उन्होंने कहा,‘हमें नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को प्रमुखता और प्राथमिकता देनी होगी। अगर अपने कर्तव्यों को हम ठीक से निभा पाएंगे, तो हमें अपने अधिकार के लिए लड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यहां जितने भी युवा साथी आए हैं, मेरा आपसे आग्रह रहेगा कि राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की ज्यादा से ज्यादा चर्चा करें। चर्चा ही नहीं बल्कि खुद अमल करके, उदाहरण पेश करें। हमारे ऐसे ही प्रयास न्यू इंडिया का निर्माण करेंगे।'

