Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 06:31 PM
पीएमओ के अंडर सेक्रटरी प्रवीण कुमार ने पूरी सूचना देने से इनकार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा तथा सरकारी वाहन के मामले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) से संबंधित हैं, जो आरटीआई ऐक्ट की धारा 24 के तहत आरटीआई से बाहर हैं
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा पर देश के खजाने से कितना खर्च किया जाता है, इसकी जानकारी देने से पीएमओ ने इनकार कर दिया है। आरटीआई के तहत पीएम मोदी की सुरक्षा में लगे कर्मियों और वाहनों के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। लखनऊ की आरटीआई ऐक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने इस संबंध में आरटीआई दाखिल की थी।
इसके साथ ही उन्होंने इन कर्मियों, वाहनों के ईंधन तथा रखरखाव पर आने वाले खर्च का ब्योरा भी मांगा था। पीएमओ के अंडर सेक्रटरी प्रवीण कुमार ने पूरी सूचना देने से इनकार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा तथा सरकारी वाहन के मामले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) से संबंधित हैं, जो आरटीआई ऐक्ट की धारा 24 के तहत आरटीआई से बाहर हैं।
आरटीआई ऐक्टिविस्ट नूतन ने इसी तरह की सूचना राष्ट्रपति सचिवालय से भी मांगी थी। राष्ट्रपति भवन ने जीवन तथा शारीरिक सुरक्षा को खतरा होने के आधार पर राष्ट्रपति के साथ लगे सुरक्षाकर्मियों की कुल संख्या तथा उन सुरक्षाकर्मियों के मूवमेंट के लिए लगाई गई गाड़ियों की संख्या बताने से इंकार कर दिया था।
हालांकि राष्ट्रपति सचिवालय ने व्यय की जानकारी दी। इसमें बताया गया कि पिछले 4 साल में राष्ट्रपति के साथ लगे सुरक्षाकर्मियों की सैलरी पर 155.4 करोड़ रुपए तथा सुरक्षाकर्मियों के मूवमेंट के लिए लगी गाड़ियों के रखरखाव में 64.9 लाख रुपए का व्यय हुआ है। इसके अलावा गाड़ियों के लिए ईंधन सरकारी पेट्रोल पंप से प्राप्त होता है।