Edited By Radhika,Updated: 15 Apr, 2024 01:13 PM
भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के 'प्रयास: धरोहर काशी की' कार्यक्रम के तहत भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संभालने और उसका जश्न मनाने के आह्वान पर 'विकास भी, विरासत भी' की भावना के साथ 25 देशों के राजदूत और राजनयिक शनिवार को वाराणसी...
नेशनल डेस्क: भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के 'प्रयास: धरोहर काशी की' कार्यक्रम के तहत भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संभालने और उसका जश्न मनाने के आह्वान पर 'विकास भी, विरासत भी' की भावना के साथ 25 देशों के राजदूत और राजनयिक शनिवार को वाराणसी पहुंचे। यह कार्यक्रम दो दिन तक चला।
भारत में मॉरीशस के उच्चायुक्त ने कहा "हम यहां आकर बहुत आभारी हैं। यह वह स्थान है जहां प्राचीन धार्मिक मान्यताओं और आध्यात्मिकता के विचारों ने आकार लिया। यह संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने का स्थान है। मेरा मानना है कि अपनी जड़ों से दोबारा जुड़ने के लिए वाराणसी से बेहतर कोई जगह नहीं है।" ग्वाटेमाला के राजदूत, उमर कास्टानेडा ने कहा कि उन्हें वाराणसी में आकर खुशी हुई, यह एक 'ऐतिहासिक अनुभव' था।