Edited By Pardeep,Updated: 28 Jul, 2020 10:49 PM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि बैंकिंग व्यवस्था को साफ-सुथरा करने के प्रयास के चलते उर्जित पटेल को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से हटना पड़ा। रिजर्व बैंक
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि बैंकिंग व्यवस्था को साफ-सुथरा करने के प्रयास के चलते उर्जित पटेल को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से हटना पड़ा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल के बयान को आधार बनाते हुए राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने विलफुल डिफॉल्टर्स को बचाने का काम किया।
राहुल गांधी ने लिखा है कि उर्जित पटेल बैंकिंग सिस्टम को साफ करने में लगे थे, लेकिन उसकी वजह से उनकी नौकरी चली गई। क्यों, क्योंकि पीएम मोदी लोन ना चुकाने वालों पर एक्शन नहीं लेना चाहते थे।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के साथ विवाद के बाद उर्जित पटेल ने 2018 में RBI गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसपर काफी विवाद हुआ था, राहुल गांधी की ओर से भी तब केंद्र को घेरा गया था। किताब में दावा किया गया कि RBI ने डिफॉल्टर को लेकर जो सर्कुलर जारी किया था, उसे सरकार की ओर से वापस लेने को कहा गया था।
गौरतलब है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में उर्जित पटेल, रघुराम राजन आदि RBI के गवर्नरों की नाराजगी उभर कर सामने आ चुकी है। फिर चाहे वो नोटबंदी हो, जीएसटी हो या फिर अन्य आर्थिक नीतियां।
वहीं भाजपा के आईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि सनसनीखेज बातों की एक लाइन लिख देने भर से कांग्रेस नेता अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञ नहीं बन जाते हैं। कांग्रेस नेता ने जिस खबर का हवाला दिया उसके मुताबिक, पटेल ने कहा है कि दिवाला और दिवालियापन संहिता कानून को लेकर सरकार के साथ उनका मतभेद हुआ था।