Edited By rajesh kumar,Updated: 01 Jul, 2022 06:53 PM
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड में शुक्रवार को अपने कार्यालय का दौरा किया। इस कार्यालय में माकपा की छात्र इकाई एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा हाल में बफर जोन के मुद्दे पर तोड़फोड़ की गई थी।
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड में शुक्रवार को अपने कार्यालय का दौरा किया। इस कार्यालय में माकपा की छात्र इकाई एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा हाल में बफर जोन के मुद्दे पर तोड़फोड़ की गई थी। राहुल ने उनके (एसएफआई कार्यकर्ताओं के) इस कृत्य को ‘‘गैर जिम्मेदाराना'' करार दिया। यहां अपने निर्वाचन क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर आए गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यालय पहुंचे तथा नुकसान का जायजा लिया।
बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह वायनाड के लोगों का कार्यालय है तथा वामपंथी छात्र कार्यकर्ताओं द्वारा जो कुछ किया गया, वह “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण'' है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंसा कभी भी समस्याओं का समाधान नहीं करती है और उनके मन में उनके (तोड़फोड़ करने वालों के) प्रति कोई क्रोध या शत्रुता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ देश में आप सर्वत्र जो विचार देखते हैं वह यह है कि हिंसा से समस्याएं हल हो जाएंगी। लेकिन हिंसा कभी समस्याओं का हल नहीं करती है... ऐसा करना अच्छी बात नहीं है...उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना ढंग से काम किया। लेकिन मेरे मन में उनके प्रति कोई गुस्सा या शत्रुता का भाव नहीं है।''
गांधी ने हिंसा करने वाले एसएफआई कार्यकर्ताओं को ‘बच्चा' करार दिया। करीब एक हफ्ते पहले राहुल गांधी के विरूद्ध एसएफआई का प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब वामपंथी कार्यकर्ताओं का एक समूह यहां उनके कार्यालय में घुस गया एवं वहां तोड़फोड़ की। उसके बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस घटना की निंदा की और अपराधियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। गांधी के वायनाड लोकसभा क्षेत्र के कालपेट्टा स्थित दफ्तर में एसएफआई कार्यकर्ताओं के ‘हिंसक कृत्य' की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया था जो कुछ क्षेत्रों में हिंसक हो गया। भाषा