Edited By vasudha,Updated: 19 Aug, 2019 03:30 PM
प्रवर्तन निदेशालय ने आईएलएंडएफएस के कथित भुगतान कोताही मामले से जुड़े धन शोधन की जांच को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे को तलब किया है। अधिकारियों के अनुसार मनसे प्रमुख से 22 अगस्त को जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा...
नेशनल डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय ने आईएलएंडएफएस के कथित भुगतान कोताही मामले से जुड़े धन शोधन की जांच को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे को तलब किया है। अधिकारियों के अनुसार मनसे प्रमुख से 22 अगस्त को जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। हालांकि मनसे के प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का मामला है।
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना के नेता मनोहर जोशी के पुत्र उन्मेश जोशी को भी इसी मामले की जांच के सिलसिले में बुलाया गया है। जोशी सोमवार को या मंगलवार को अधिकारियों के समक्ष पेश हो सकते हैं। जांच एजेंसी कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी में आईएलएंडएफएस समूह की रिण शेयरधारिता निवेश संबंधी एक मामले में ठाकरे की कथित संलिप्तता की जांच कर रही है। इस कंपनी के प्रमोटर जोशी हैं।
बता दें कि ईडी ने मामले में ठाकरे के साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ शिवसेना नेता मनोहर जोशी के पुत्र उन्मेश जोशी को भी तलब किया है। आईएल एंड एफएस समूह के कर्ज से उन्मेश जोशी प्रवर्तित कंपनी कोहिनूर सीटीएनएल के शेयरों में निवेश के मामले में ईडी ठाकरे की संलिप्तता की जांच कर रहा है।
देशपांडे ने कहा कि कोहिनूर सौदा बहुत पुराना है और ठाकरे काफी समय पहले इससे अलग हो गए थे। मुझे आश्चर्य है कि केंद्र ने इतने समय बाद जांच नोटिस क्यों भेजा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी हमारी आवाज दबाने का औजार बन गया है। यदि सरकार राज ठाकरे के खिलाफ पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर कोई कार्रवाई करती है तो हम सड़कों पर उतरेंगे। ईडी ने पिछले हफ्ते मामले में आरोपपत्र भी दायर किया।