Edited By ,Updated: 11 Jul, 2016 07:17 PM
हमारे समाज में कुछ ऐसी कुरीतियां और कुप्रथाएं प्रचलित हैं, जिन्हें देखकर लगता ही नहीं कि हम सभ्य समाज में रहते हैं। उन्हीं कुप्रथाओं में से एक है दहेज प्रथा।
नई दिल्ली: हमारे समाज में कुछ ऐसी कुरीतियां और कुप्रथाएं प्रचलित हैं, जिन्हें देखकर लगता ही नहीं कि हम सभ्य समाज में रहते हैं। उन्हीं कुप्रथाओं में से एक है दहेज प्रथा। ये प्रथा हमारे समाज और इसमें रहने वाले लोगों की सोच पर सवालिया निशान खड़ा करती है। दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए राजस्थान के कोटा जिले की धकरखेरी गांव में एक अनोखी पहल सामने आई है, जहां देश की कई बेटियों की जिंदगी निगलने वाली दहेज जैसी गंभीर बीमारी को खत्म करने के लिए एक पिता ने सराहनीय कदम उठाया है।
पिता का अनूठा तोहफा
जानकारी के मुताबिक, एक पिता ने दुल्हन बनी अपनी बेटी को दहेज के रूप में सिर्फ एक नीम का पौधा दिया है। मजदूरी करने वाले इस पिता ने दूल्हे के परिवार से कहा कि उनके पास दहेज में देने के लिए इस नीम के पौधे के अलावा और कुछ भी नहीं है। यह सुनकर दूल्हे के परिवार ने भी खुशी-खुशी उस उपहार को स्वीकार किया।
बेटी को है पिता पर गर्व
9वीं कलास तक पढ़ीं शकुंतला ने एक अंग्रेजी समाचार पत्र से बातचीत में कहा कि मैं दहेज के सख्त खिलाफ हूं। मुझे अपने पिता पर बहुत गर्व महसूस होता है कि उन्होंने मुझे दहेज के रूप में एक नीम का पौधा दिया। जिस समाज में दहेज के लिए महिलाओं का उत्पीड़ऩ होता है, उन्हें प्रताडि़त किया जाता है, ये कोशिश समाज को एक संदेश देने का काम करेगी।