Edited By Anil dev,Updated: 02 Nov, 2019 02:59 PM
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि आतंकवाद और उसका समर्थन करने वालों से मुकाबले के लिए मौजूदा अंतररष्ट्रीय कानूनों और तंत्र को बिना किसी अपवाद के मजबूत बनाने की जरूरत है और इस मामले में किसी भी तरह का दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जाना चाहएि।
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि आतंकवाद और उसका समर्थन करने वालों से मुकाबले के लिए मौजूदा अंतररष्ट्रीय कानूनों और तंत्र को बिना किसी अपवाद के मजबूत बनाने की जरूरत है और इस मामले में किसी भी तरह का दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जाना चाहएि।
सिंह ने शनिवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में शंघाई सहयोग संघ (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 18 वीं बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रतिनिधि के तौर पर कहा, आतंकवाद हमारे समाज में निरंतर अशांति फैला रहा है और विकास के प्रयासों में बाधा पहुंचा रहा है। एससीओ देशों के लिए जरूरी है कि वे इस समस्या से निपटने के लिए एकजुट हों।
रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि वैश्विकरण की प्रक्रिया ने सदस्य देशोंं के लिए विकास के अवसर प्रदान किये हैं लेकिन इसके साथ ही विकासशील देशों के लिए कई जटिल खतरे भी उत्पन्न हुए हैं। उन्होंने सदस्य देशों का आह़वान किया कि वे आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, गरीबी उन्मूलन, पिछड़ेपन, रोगों और असमानता जैसी चुनौतियों को परास्त करने के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि यह बैठक हमारे समान लक्ष्यों और उददेश्यों को हासिल करने की दिशा में ठोस कदम उठाने का अवसर साबित होगी। इस मायने में एससीओ की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने अंतररष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने के लिए एससीओ सदस्य देशों के संयुक्त सैन्य अभ्यास सेंटर 2019 के सफल आयोजन के लिए रूस को बधाई दी।