Edited By Yaspal,Updated: 05 Apr, 2022 10:16 PM

राज्यसभा में मंगलवार को चार्टर्ड अकाउंटेंट से संबंधित एक विधेयक को पारित कराने के क्रम में सदन से करीब 200 बार ध्वनिमत से मंजूरी मांगी गई। उच्च सदन में चार्टर्ड अकाउंटेंट, लागत एंड संकर्म लेखापाल और कंपनी सचिव संशोधन विधेयक-2021 पर करीब ढाई घंटे तक...
नई दिल्लीः राज्यसभा में मंगलवार को चार्टर्ड अकाउंटेंट से संबंधित एक विधेयक को पारित कराने के क्रम में सदन से करीब 200 बार ध्वनिमत से मंजूरी मांगी गई। उच्च सदन में चार्टर्ड अकाउंटेंट, लागत एंड संकर्म लेखापाल और कंपनी सचिव संशोधन विधेयक-2021 पर करीब ढाई घंटे तक चर्चा हुई और उसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का जवाब हुआ। राज्यसभा अधिकारियों के अनुसार इस विधेयक को सदन से पारित कराने के क्रम में तीस मिनट लग गये क्योंकि इसमें 106 उपबंधों एवं उपबंध आधारित संशोधनों पर सदन की मंजूरी ली गयी।
अधिकारियों के अनुसार बहुत समय बाद ऐसा हुआ है कि किसी विधेयक के उपबंधों और इससे जुड़े संशोधनों पर सदन को मंजूरी देने में इतना समय लगा। विधेयक पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जान ब्रिटास ने 163 संशोधन दिये थे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के विनय विश्वम ने भी कुछ संशोधन दिये थे। सदन ने इन संशोधनों को ध्वनि मत से खारिज कर दिया।